Edited By swetha,Updated: 22 Aug, 2019 12:23 PM
बेशक 2 दिनों बाद घग्गर दरिया का जल स्तर खतरे के निशान से नीचे चल रहा है परन्तु फिर भी अभी भी खतरे को समझते हुए प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह चौकस हैं
पटियाला(जोसन/ राणा): बेशक 2 दिनों बाद घग्गर दरिया का जल स्तर खतरे के निशान से नीचे चल रहा है परन्तु फिर भी अभी भी खतरे को समझते हुए प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह चौकस हैं ,जिसके चलते डिप्टी कमिश्नर कुमार अमित और एस.एस.पी. मनदीप सिंह सिद्धू ने घग्गर में बढ़े जल स्तर का जायजा लेने के लिए बादशाहपुर और हरचन्दपुरा का दौरा किया। इस मौके उनके साथ एस.डी.एम. पातड़ा मिस इनायत गुप्ता व ड्रेनेज विभाग के कार्यकारी इंजीनियर रमनदीप सिंह बैंस व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
गांव हरचन्दपुरा और बादशाहपुर में घग्गर के जल बहाव का जायजा लेने समय कुमार अमित और मनदीप सिंह सिद्धू ने स्थानीय निवासियों के साथ बातचीत की और भरोसा दिया कि जिला प्रशासन लोगों की जान और माल की रक्षा के लिए वचनबद्ध है। डी.सी. कुमार अमित ने कहा कि टांगरी और मारकंडा नदियों में ज्यादा पानी आने कारण ही घग्गर का जल स्तर बढ़ा परंतु जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जल बहाव पर नजर रखते किसी भी तरह की बाढ़ जैसी स्थिति के साथ निपटने के लिए तैयार है।
कुमार अमित ने लोगों को बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह और सांसद परनीत कौर भी जिला प्रशासन के साथ तालमेल करके पल-पल की खबर ले रहे हैं और जरूरी हिदायतें जारी कर रहे हैं। लोग किसी प्रकार की चिंता न करें और बढ़ते जल स्तर बारे जानकारी तुरंत बाढ़ कंट्रोल रूम के नंबर 0175-2350550 पर दी जाए। एस.एस.पी. सिद्धू ने अपील की कि लोग किसी भी तरह की अफवाहों से सचेत रहें और किसी भी असुखद घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
डिप्टी कमिश्नर ने स्थानीय लोगों की मांग पर जल निकास विभाग को चौकस करते हिदायत की कि जल स्तर कम होने पर घग्गर के अलग-अलग पुलों के नीचे से मिट्टी निकालकर बैड बार लगाए जाएं, बहाव की रुकावटों दूर करके बांध और मजबूत किए जाएं और पानी कारण सड़कों की बरमों को बचाया जाए। लोगों की तरफ से घग्गर को और चौड़ा व गहरा करने की मांग पर भी कुमार अमित ने विभागीय अधिकारियों को मौके पर ही जरूरी हिदायतें जारी कीं। उन्होंने हिदायत की कि जहां कहीं पानी उछलने का खतरा है, वहां तुरंत मिट्टी से भरे थैले लगाए जाएं। इस दौरान डी.एस.पी. पातड़ां सुखअमृत सिंह रंधावा, एस.डी.ओ. निर्मल सिंह, जे.ई. जसपाल सिंह समेत गांवों के निवासी भी मौजूद थे।