Edited By swetha,Updated: 20 Jun, 2018 12:41 PM
नगर निगम की लैंड ब्रांच ने सुपरिंटैंडैंट रवदीप सिंह के नेतृत्व में कब्जों के खिलाफ कार्रवाई की। निगम की टीम ने पहले फोकल प्वाइंट और आसपास के इलाकों में से फ्लैक्स बोर्ड उतारे और फिर गुरबख्श कालोनी में बाजारों में से कब्जे हटाए। गुरबख्श कालोनी में...
पटियाला(बलजिन्द्र): नगर निगम की लैंड ब्रांच ने सुपरिंटैंडैंट रवदीप सिंह के नेतृत्व में कब्जों के खिलाफ कार्रवाई की। निगम की टीम ने पहले फोकल प्वाइंट और आसपास के इलाकों में से फ्लैक्स बोर्ड उतारे और फिर गुरबख्श कालोनी में बाजारों में से कब्जे हटाए। गुरबख्श कालोनी में निगम की टीम को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा परंतु टीम ने अपनी कार्रवाई जारी रखी। आज कुल 2 ट्रक सामान के जब्त किए गए।
जबकि फोकल प्वाइंट और आसपास के इलाकों में एक भी नाजायज फ्लैक्स और बोर्ड नहीं छोड़ा गया। निगम टीम की तरफ से कई दिनों बाद फिर से मुहिम शुरू की गई है और खास बात यह है कि आम तौर पर नगर निगम की कार्रवाई पटियाला के नगर निगम के आसपास के इलाके, प्रमुख सड़कों और बाजारों में चलती है।
पहली बार है कि निगम ने फोकल प्वाइंट में जहां नाजायज बोर्ड और फ्लैक्स फाड़े, वहीं गुरबख्श कालोनी वाले बाजार में भी नाजायज कब्जे हटाए। आसपास की आबादी ज्यादा होने के कारण इस रास्ते में काफी ज्यादा भीड़ रहती थी। दूसरा दुकानदारों की तरफ से किए गए कब्जों के कारण स्थिति और भी खराब हो जाती है। आज की कार्रवाई में इंस्पैक्टर अजायब सिंह, सुनील गुलाटी और नरेश बॉबी ने अग्रणी भूमिका निभाई।
एडवरटाइजमैंट पालिसी के उलट दुकानों और शोरूमों के बाहर बोर्ड लगाए तो खैर नहीं
एडवरटाइजमैंट पालिसी से उलट जाकर दुकानों और शोरूमों के बाहर बड़े बोर्ड लगाने वालों के खिलाफ नगर निगम जल्द ही बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है। निगम की लैंड ब्रांच के ध्यान में आया है कि शहर में दुकानदारों ने एडवरटाइजमैंट पालिसी के उलट काफी बोर्ड लगाए हुए हैं। लैंड ब्रांच के सुपरिंटैंडैंट रवदीप सिंह ने बताया कि नियमों के मुताबिक कोई भी दुकानदार जितनी दुकान चौड़ी है उतना लंबा और 3 फुट तक चौड़ा बोर्ड लगा सकता है। इससे ज्यादा लगाया गया बोर्ड नियमों के उलट होगा, जिस पर दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसको लेकर पिछले 2 दिनों से बाजारों में अनाऊंसमैंट भी करवाई जा रही है और जिन दुकानदारों ने इससे बड़े बोर्ड लगाए हुए हैं, उनको उतारने के लिए 10 दिनों का समय दिया जा रहा है। यदि 10 दिनों के अंदर बोर्ड नहीं उतारे जाते तो फिर निगम की तरफ से कार्रवाई की जाएगी।