Edited By swetha,Updated: 21 Apr, 2018 04:18 PM
संयुक्त अरब अमीरात (यू.ए.ई.) के शारजाह में फांसी की सजा माफ होने के 4 पंजाबियों सहित 5 भारतीय वतन लौट आए हैं। इन नौजवानों की सजा माफी संबंधी ‘सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट’ की तरफ से डा. एस.पी सिंह ओबराए ने शारजाह अदालत में अपील की थी।
पटियालाः संयुक्त अरब अमीरात (यू.ए.ई.) के शारजाह में फांसी की सजा माफ होने के 4 पंजाबियों सहित 5 भारतीय वतन लौट आए हैं। इन नौजवानों की सजा माफी संबंधी ‘सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट’ की तरफ से डा. एस.पी सिंह ओबराए ने शारजाह अदालत में अपील की थी।
वहां के कानून मुताबिक फांसी की सजा तो चाहे माफ हो गई थी, परन्तु उनको अदालत की तरफ से 3 साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। वह सभी भारतीय 6 साल से दुबई की जेल में थे। उल्लेखनीय है कि दुबई में नवंबर 2011 को कुछ भारतीय नौजवानों के बीच झगड़ा हो गया था।
इस दौरान वरिन्दर चौहान (38) निवासी गांव शेखूपुरा, जिला आजमगगढ़ (उत्तर प्रदेश) की हत्या हो गई थी। इस मामले में पटियाला के जस्सोमाजरा गांव के सुच्चा सिंह सहित अजनाला के हरविन्दर सिंह, होशियारपुर के दलविन्दर सिंह, नया शहर के रणजीत राम और बिहार के छपरा जिले के धर्मेंद्र को शारजाह की अदालत की तरफ से दोषी करार दिया गया था। श्री ओबराए का कहना था कि आरोपियों के परिजनों की तरफ से उनसे सम्पर्क करने पर वरिन्दर चौहान के पारिवारिक सदस्यों के साथ 20 लाख में समझौते उपरांत माफी संभव हो सकी है।