Edited By swetha,Updated: 01 Nov, 2018 10:56 AM
पंजाब विधानसभा के विरोधी धड़े के पूर्व विपक्ष नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने सतलुज दरिया तथा सवां नदी में प्रतिदिन करोड़ों रुपए की हो रही अवैध माइङ्क्षनग के मद्देनजर माइङ्क्षनग प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया तथा ग्राऊंड जीरो तक बड़े पैमाने तक की गई अवैध...
रूपनगर/श्री आनंदपुर साहिब(विजय): पंजाब विधानसभा के विरोधी धड़े के पूर्व विपक्ष नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने सतलुज दरिया तथा सवां नदी में प्रतिदिन करोड़ों रुपए की हो रही अवैध माइङ्क्षनग के मद्देनजर माइङ्क्षनग प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया तथा ग्राऊंड जीरो तक बड़े पैमाने तक की गई अवैध खुदाई का मीडिया के आगे पर्दाफाश किया।
खैहरा ने कहा कि यह माइनिंग माफिया पहले अकाली दल के संरक्षण में प्राकृतिक स्रोत्रों के साथ लूट कर रहा था, वहीं अब यह कांग्रेस की छत्रछाया में माइनिंग के जरिए करोड़ों रुपए लूट करके आवाम के जीवन को खतरे में डाल रहा है। ऐसी स्थिति में प्रदेश सरकार को जो माइनिंग नीति कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा सुझाव के रूप में पेश की गई थी, उसे नजरअंदाज करके कैप्टन सरकार जो नीति तैयार कर रही है वह महज राणा गुरजीत सिंह की तर्ज पर कार्पोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने वाली है।
उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पास यदि फुर्रसत हो तो वह इस क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण करके देखें ताकि उन्हें अपने अवैध माइनिंग को रोकने संबंधी किए जा रहे दावों की असल तस्वीर दिखाई दे सके। वर्णनीय है कि गत देर रात्रि सुखपाल सिंह खैहरा की आमद के मद्देनजर प्रशासन द्वारा सख्ती लागू करते हुए न सिर्फ अवैध माइनिंग को रोका गया बल्कि माइनिंग प्रभावित क्षेत्र को जाने वाले सभी रास्तों को बड़े गड्ढे करके बंद कर दिया गया।
खैहरा ने ‘आप’ द्वारा घोषित लोकसभा के 5 उम्मीदवारों संबंधी कहा कि यह ऐलान स्वराज के उस विधान के अनुसार नहीं किया गया जिसका एजैंडा लेकर पार्टी अस्तित्व में आई थी। इस पर पुनर्विचार करने के लिए वह पार्टी को 8 दिनों का अल्टीमेटम देते हैं यदि इन दिनों में पार्टी हाईकमान द्वारा कोई सार्थक पक्ष नहीं दिया गया तो वह अगली रूपरेखा तैयार करेंगे तथा समय आने पर सियासी सहयोगी धड़ों के साथ गठजोड़ संबंधी लिए जाने वाले निर्णय पर विचार करेंगे। खैहरा ने कहा कि उम्मीदवारों के ऐलान के दौरान पार्टी ने किसी भी प्रक्रिया का अनुसरण नहीं किया। न ही किसी वालंटियर से मीटिंग की ,न ही किसी से राय ली।