Edited By Vatika,Updated: 01 Apr, 2019 10:41 AM
कैप्टन पंजाब के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो लोगों के बीच में आने से कतराते हैं। उक्त विचार शिरोमणि अकाली दल के प्रधान तथा पूर्व उप मुख्यमंत्री पंजाब सुखबीर सिंह बादल ने नूरपुरबेदी में लोकसभा चुनावों को लेकर अकाली-भाजपा गठजोड़ द्वारा की रैली में...
नूरपुरबेदी (भंडारी, अविनाश): कैप्टन पंजाब के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो लोगों के बीच में आने से कतराते हैं। उक्त विचार शिरोमणि अकाली दल के प्रधान तथा पूर्व उप मुख्यमंत्री पंजाब सुखबीर सिंह बादल ने नूरपुरबेदी में लोकसभा चुनावों को लेकर अकाली-भाजपा गठजोड़ द्वारा की रैली में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि कैप्टन ने विधानसभा चुनावों के मौके पर गुटका साहिब की झूठी शपथ ली कि पंजाब में किसानों को ऋण मुक्त किया जाएगा, युवाओं को रोजगार दिया जाएगा तथा बड़े स्तर पर राज्य का विकास करवाया जाएगा। पूर्व कैबिनेट मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया ने टकसाली अकालियों तथा आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि टकसाली जाली हैं, जबकि आप वाले पाप हैं।
बेअदबी मामले में सुखबीर का विरोध
सुखबेीर सिंह बादल की नूरपुरबेदी रैली के मौके पर आज सिख नेताओं और आप के वालंटियरों द्वारा रोष जताते हुए नारेबाजी की गई। स्थानीय आजमपुर चौक के निकट जहां सुखबीर बादल का काफिला गुजरना था, वहां पर प्रदर्शनकारी एकत्रित होना शुरू हो गए, जिन्होंने हाथों में बैनर व तख्तियां पकड़कर नारेबाजी करनी आरंभ कर दी। उक्त विरोध की अगुवाई कर रहे आप के जिला रूपनगर के यूथ विंग के जिला रूपनगर के प्रधान राम कुमार मुकारी व शहरी प्रधान सरबजीत सिंह हुंदल ने कहा कि डेरा सिरसा के मुखी को श्री अकाल तख्त साहिब से नाटकीय ढंग से जो माफीनामा दिया गया है, उसमें हलका रूपनगर के इंचार्ज डा. दलजीत सिंह चीमा की बिचौलगी भरपूर प्रमुख भूमिका है, जबकि बरगाड़ी कांड दौरान श्री गुरुगं्रथ साहिब जी की हुई कथित बेअदबी और शांतमयी ढंग से धरना दे रही संगत पर चलाई गोलियों के कांड में सीधे तौर पर बाप-बेटा जिम्मेदार हैं।