Edited By bharti,Updated: 23 Oct, 2018 11:47 AM
सरकारी अधिकारियों की रिहायश हेतु स्थापित आफिसर कालोनी इन दिनों भारी दुर्दशा का शिकार हो...
रूपनगर (विजय): सरकारी अधिकारियों की रिहायश हेतु स्थापित आफिसर कालोनी इन दिनों भारी दुर्दशा का शिकार हो रही है। गत लंबे समय से क्वार्टरों की मुरम्मत नहीं हुई है, जबकि यहां रहने वालों को ही कई बार अपने खर्चों पर खस्ता हाल मकानों की थोड़ी-बहुत मुरम्मत करवानी पड़ी है। जानकारी के अनुसार वर्ष 1974 में 72 क्वार्टरों वाली आफिसर कालोनी का निर्माण किया गया था और समय-समय पर इन क्वार्टरों को अलाट किया जाता रहा, लेकिन इन क्वार्टरों की सही ढंग से देख-रेख न किए जाने पर अब ये क्वार्टर बुरी तरह से खस्ता हालत में हैं और बरसात आदि के दिनों में यहां किसी अप्रिय घटना का खतरा बना रहता है।
‘कालोनी की नए सिरे से करवानी चाहिए मुरम्मत’
यह भी पता चला कि इन क्वार्टरों में पिछले 20 सालों से कोई मुरम्मत नहीं हुई व सफेदी तक नहीं करवाई गई, जबकि अब नए मुलाजिम इन क्वार्टरों में आश्रय लेने को लेकर भी कतराने लगे हैं। यहां रहते लोगों ने बताया कि संबंधित विभाग को आफिसर कालोनी के मकानों की नए सिरे से मुरम्मत करवानी चाहिए। आफिसर कालोनी के कई क्वार्टरों के छतों पर घासबूटी तक उग चुकी है और इनसे घरों में पानी टपकता रहता है, जबकि आसपास जंगली बूटी की भरमार है और इससे जंगली जीव-जंतुओं का घरों में घुसने का भय रहता है।
फंड आने पर होगा रिपेयर का कार्य : जे.ई. संदीप
इस संबंध में जब लोक निर्माण विभाग के जे.ई. संदीप राय ने बताया कि विभाग की तरफ से उक्त क्वार्टरों की मुरम्मत करवाई जानी है, परंतु सरकार की तरफ से फिलहाल फंड आदि मुहैया न करवाए जाने से यह कार्य ठंडे बस्ते में पड़ा है। उन्होंने कहा कि फंडों के पहुंचते ही मकानों की रिपेयर का कार्य शुरू करवाया जाएगा।