Edited By swetha,Updated: 15 Dec, 2018 11:03 AM
उत्तर भारत के प्रसिद्ध बिजली उत्पादन केंद्र गुरु गोबिंद सिंह सुपर थर्मल प्लांट के यूनिट नंबर 5 के जैनरेटर ट्रांसफार्मर में अचानक धमाका होने के बाद आग की लपटें उठने लगीं। सूचना मिलते ही इलैक्ट्रिकल विभाग के डिप्टी चीफ इंजीनियर सतविन्द्र सिंह और थर्मल...
घनौली(शर्मा): उत्तर भारत के प्रसिद्ध बिजली उत्पादन केंद्र गुरु गोबिंद सिंह सुपर थर्मल प्लांट के यूनिट नंबर 5 के जैनरेटर ट्रांसफार्मर में अचानक धमाका होने के बाद आग की लपटें उठने लगीं। सूचना मिलते ही इलैक्ट्रिकल विभाग के डिप्टी चीफ इंजीनियर सतविन्द्र सिंह और थर्मल प्लांट के जनरल मैनेजर जसविन्द्रपाल सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। इससे पहले कि आग के कारण कोई भयानक दुर्घटना घटित हो, थर्मल अधिकारियों व कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने में सफलता प्राप्त कर ली, लेकिन ब्लास्ट होने के कारण स्टैंड पर खड़ी कारों तथा मोटरसाइकिलों का थोड़ा नुक्सान हुआ है।
हादसा कुदरती था
इलैक्ट्रीकल विभाग के डिप्टी चीफ इंजीनियर सतविन्द्र सिंह ने बताया कि ट्रांसफार्मर के ऊपर लगे बुश में ब्लास्ट प्राकृतिक रूप से हुआ है, लेकिन ट्रांसफार्मर में जो तेल होता है उसमें आग लगने के कारण लपटें उठने लगीं। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाए जाने से ज्यादा नुक्सान नहीं हुआ।
धमाके के कारण कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ
थर्मल प्लांट के जनरल मैनेजर जसविन्द्रपाल ने बताया कि हादसा में कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है। ब्लास्ट के कारण थर्मल प्लांट के यूनिट नंबर 5 को अचानक बंद भी करना पड़ा। उन्होंने कहा कि वैसे तो नुक्सान ज्यादा नहीं है लेकिन फिर भी नुक्सान का पता लगाया जाएगा और आग लगने के कारणों का भी पता लगाया जाएगा।