Edited By bharti,Updated: 26 Sep, 2018 10:57 AM
सतलुज दरिया के साथ लगते लगभग एक दर्जन गांव को उस समय खतरा पैदा हो सकता है जब भाखड़ा...
रूपनगर, (विजय): सतलुज दरिया के साथ लगते लगभग एक दर्जन गांव को उस समय खतरा पैदा हो सकता है जब भाखड़ा डाऊन स्टीम से लगभग डेढ़ लाख क्यूसिक पानी छोड़ा जाएगा।सतलुज के साथ गांव बुर्ज, अमरपुर बेला, हरसा बेला, बल्लोवाल, निक्कूवाल, हरिवाल, मेहंदली, गज्जपुर बेला आदि स्थित हैं। जब भी भाखड़ा से डेढ़ लाख क्यूसिक पानी डाऊन स्टीम छोड़ा जाता है तो यह गांव काफी प्रभावित हो सकते हैं। इसी प्रकार यदि भाखड़ा डाऊन स्टीम से 1 लाख क्यूसिक से कम पानी छोड़ा जाता है तो गांव लोधीपुर, चंदपुर बेला व शाहपुर बेला आदि गांव प्रभावित होंगे। इसी प्रकार हैडवक्र्स रूपनगर डाऊन स्टीम सतलुज दरिया में यदि 1 लाख क्यूसिक से ऊपर पानी छोड़ा जाता है तो दोदपुर छोटा, दोदपुर बड़ा, वजीदपुर, रशीदपुर, सालापुर, डूमेवाल व सुल्तानपुर आदि गांव प्रभावित हो सकते हैं।
जिला प्रशासन ने सतलुज दरिया के साथ लगते गांवों को पहले ही चेतावनी दे रखी है कि वह बाढ़ की स्थिति के लिए तैयार रहें लेकिन अभी उन्हें गांव खाली करने के लिए नहीं कहा गया क्योंकि अभी बाढ़ की स्थिति नजर नहीं आ रही। पर फिर भी जिला प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है ताकि बाढ़ की स्थिति पर एकदम कार्रवाई की जा सके।
सरहिंद नहर में पानी रोका
सतलुज दरिया में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए रूपनगर हैडवक्र्स से शुरू होती सरहिंद नहर के लिए फाटक बंद कर दिए गए हैं ताकि सरहिंद नहर के साथ लगते गांवों में पानी न जा सके और इसके साथ ही सरहिंद नहर के साथ लगते गांवों में वर्षा के कारण सिंचाई के पानी की कोई मांग नहीं है। इस कारण अब सरहिंद नहर बिल्कुल सूखी पड़ी है।