Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Mar, 2018 10:44 AM
ऋषि-मुनियों, पीर-पैगम्बरों और गुरुओं की धरती पंजाब का दामन अब उजला नहीं रहा।
अमृतसर (सरीन): ऋषि-मुनियों, पीर-पैगम्बरों और गुरुओं की धरती पंजाब का दामन अब उजला नहीं रहा। वेश्यावृत्ति का बदनाम धंधा बड़ी तेजी से इस सरहदी राज्य में अपने पैर फैला रहा है। यह तथ्य मुम्बई में पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे छात्रों की ओर से पंजाब के सामाजिक ताने-बाने पर किए जा रहे सर्वेक्षण में उभरकर सामने आया है। ये छात्र मुख्य तौर पर प्रदेश में किसान आत्महत्याओं, बेरोजगारी, महिलाओं की स्थिति आदि मुद्दों पर खोज कार्य कर रहे हैं।
ग्राहक की जेब पर निर्भर करता है समय व स्थान
इन छात्रों का नेतृत्व कर रहे राजेश्वर केतकर ने बताया कि कॉल गल्र्स की सरल और सहज उपलब्धता ने स्कूली छात्रों से लेकर 70 साल के बूढ़ों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। हकीकत यह है कि होटलों, कोठियों और गुप्त अड्डों के अलावा कॉल गल्र्स को बड़ी आसानी से अपनी पसंद के हिल स्टेशन पर ले जाया जा सकता है। यह बात ग्राहक की जेब पर निर्भर करती है कि वह किस तरह और किस स्तर की मौज-मस्ती करना चाहता है। इस काम के लिए कई होटल घंटों के आधार पर कमरा उपलब्ध करवाते हैं।
वैबसाइटों पर हैं संचालकों के मोबाइल नम्बर व रेट
इन दिनों पंजाब से संबंधित इंटरनैट पर ऐसी अनेक वैबसाइटें धड़ल्ले से चल रही हैं, जो सरेआम कॉल गल्र्स उपलब्ध कराने के कार्य को अंजाम दे रही हैं। इन वैबसाइटों पर न सिर्फ संचालकों के मोबाइल नम्बर दिए गए हैं, बल्कि कॉल गल्र्स के रेट भी दर्ज हैं। एक घंटा, आधा दिन, पूरा दिन या 24 घंटों के मनोरंजन के अलग-अलग रेट्स दिए गए हैं। शहर से बाहर ले जाने के अतिरिक्त पैसे लिए जाते हैं। इन वैबसाइटों का नैटवर्क पुलिस अगर चाहे तो एक दिन में तहस-नहस कर सकती है, लेकिन वास्तव में ऐसा होता नहीं।
कथित ‘आंटियां’फंसा रही हैं लड़कियों को चंगुल में
केतकर का कहना है कि पंजाब के हरेक शहर में ऐसी ‘आंटियां’ सक्रिय हैं, जो नासमझ लड़कियों को तरह-तरह के सपने दिखाकर अपने चंगुल में फंसा लेती हैं और फिर उन्हें इस दलदल से तब तक बाहर निकलने नहीं दिया जाता, जब तक उनकी जवानी बर्बाद नहीं हो जाती या वे किसी गंभीर बीमारी की शिकार नहीं हो जातीं।
पुलिस की कार्यप्रणाली भी है संदिग्ध
उनका कहना है कि वेश्यावृत्ति के धंधे में पुलिस की कार्यप्रणाली भी संदिग्ध है। एक मां, जिसकी बेटी को एक बदनाम आंटी ने जबरदस्ती अपना बंधक बना रखा था, ने जब उसे छुड़वाने के लिए पुलिस की मदद मांगी तो थाने वालों ने न सिर्फ उसे गालियां देकर भगा दिया, बल्कि आंटी को भी आगाह किया कि वह बिना देर किए लड़की को इधर-उधर कर दे।
पीड़िताओं की बच्चियों पर भी बुरी नजर
केतकर को एक पुलिस अफसर ने अपना नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि हाल ही गिरफ्तार की गई अधेड़ उम्र की महिला अपने गुप्त ठिकाने पर 22 वर्षीय सोनिया से तो पेशा करा ही रही थी, उसकी 7 साल की बहन पिंकी पर भी उसकी बुरी नजर थी। पिंकी की उम्र भले ही देह संपर्क के काबिल नहीं थी लेकिन वह बुरी संगत में रहकर सिगरेट और शराब पीना सीख चुकी थी और उसे इस गोरखधंधे का भी ज्ञान हो गया था।
फैशनों की शौकीन लड़कियां भी अपना रहीं देह व्यापार
केतकर ने बताया कि जहां नए-नए फैशनों की शौकीन लड़कियां देह व्यापार के धंधे को स्वयं अपना रही हैं, वहीं निखट्टू और कामचोर पतियों की पत्नियों को घर की जीविका चलाने के लिए मजबूरीवश इस घिनौने कारोबार की शरण लेनी पड़ती है।