Edited By Vatika,Updated: 16 Jan, 2019 11:28 AM
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी से नेताओं के रिश्ता तोड़ने का सिलिसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोकसभा चुनावों से पहले अब आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका देते हुए आप के एक और विधायक ने पार्टी से इस्तीफा दे...
फरीदकोटः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी से नेताओं के रिश्ता तोड़ने का सिलिसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोकसभा चुनावों से पहले अब आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका देते हुए आप के एक और विधायक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बलदेव सिंह पंजाब के जैतो से विधायक हैं। इससे पहले साल की शुरुआत में पंजाब से ही विधायक सुखपाल खैरा ने भी आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
E-MAIL के जरिए पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को भेजा इस्तीफा
बलदेव सिंह ने अपना इस्तीफा ई-मेल के जरिए पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को भेजा है। बलदेव सिंह ने कहा, 'आम आदमी पार्टी ने अपने मौलिक विचारों और सिद्धांतों को पूरी तरह छोड़ दिया, जिसके चलते मुझे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ रहा है। मुझे पार्टी छोड़ने का दुख है।'उन्होंने केजरीवाल पर दलित कार्ड इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
AAP में ऐसे शुरू हुआ बिखराव...
2018 में पंजाब में ऐसा बिखराव शुरू हुआ कि यह बिखरती ही चली गई। पार्टी के सशक्त प्रवक्ता सुखपाल खैहरा को उस समय पार्टी से अलग कर दिया गया, जब आम चुनाव नजदीक है। पार्टी में संकट तब खड़ा हुआ जब सुखपाल खैहरा को विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया गया। इस प्रकरण के बाद सुखपाल खैहरा ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नवंबर 2018 में खैहरा के साथ अन्य विधायक कंवर संधू को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निलंबित कर दिया गया। पिछले दिनों खैहरा ने आम आदमी पार्टी को अलविदा कह कर "पंजाबी एकता पार्टी" का गठन कर लिया। आप का बिलकुल बिखराव हो चुका है। खैहरा के साथ 6 विधायक बताए जाते हैं।