Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jan, 2018 03:52 PM
तृणमूल कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से जगमीत बराड़ ने इस्तीफा दे दिया।
जालंधर(सोनिया गोस्वामी) : तृणमूल कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से जगमीत बराड़ ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने बताया कि गत सप्ताह कोलकाता में उन्होंने अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी को उनके घर पर इस्तीफा सौंपा। बराड़ ने बताया कि उन्होंने पंजाब इकाई के अध्यक्ष के रूप में सेवा देने के लिए उन्होंने ममता बनर्जी का धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में, वह भविष्य की कार्रवाई के निर्णय लेने के लिए पंजाब में अपने दोस्तों और शुभचिंतकों से परामर्श करेंगे।
बता दें जगमीत सिंह बराड़ का जन्म 23 मई 1958 को गांव बांम जिला श्री मुक्तसर साहिब में हुआ। वह राजनीति के साथ वकील और बढिय़ा लेखक भी हैं। जगमीत सिंह बराड़ 1992 में 12वीं लोकसभा और 1999 में 13वीं लोकसभा के मैंबर भी रहे। इस समय पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को जगमीत सिंह बराड़ ने 1999 की लोकसभा चुनाव में फरीदकोट लोकसभा हलके से हराया।
जगमीत बराड़ 1975 से 1977 तक विद्यार्थी नेता के तौर पर विचरते रहे और 1979 से 1980 तक वह उस समय की अकाली सरकार के विरुद्ध जेल में रहे। जगमीत बराड़ 1979 में कांग्रेस में शामिल हुए और इस दौरान वह 1984 से 1989 तक आल इंडिया यूथ कांग्रेस के जनरल सचिव भी रहे। 1995 से 2004 तक वह आल इंडिया कांग्रेस समिति के सचिव रहे। 2004 से 2013 तक वह इंडियन नैशनल कांग्रेस के 5 साल विशेष बुलाए गए मैंबर और 4 साल पक्के मैंबर रहे। अब तक के अपने राजनीतिक जीवन में जगमीत सिंह बराड़ ने जहां कांग्रेस पार्टी में सेवाएं दीं, वहीं कुछ समय के लिए अस्तित्व में आई तिवाड़ी कांग्रेस में भी वह मुख्य भूमिका निभाते रहे और दोबारा फिर कांग्रेस में ही शामिल हो गए।
जगमीत सिंह बराड़ ने पंजाब के कई अहम मुद्दों पर लोग सभा में आवाज उठाई जिस कारण उनको ‘आवाज ए पंजाब’ के नाम के से भी जाना जाता रहा है। लम्बा समय कांग्रेस में सेवा करने वाले जगमीत सिंह बराड़ को बीते लोक सभा मतदान के नतीजों के बाद सोनिया गांधी सम्बन्धित बयान देने के उपरांत कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया। लम्बे समय बाद अपनी चुप्पी को तोड़ते हुए कांग्रेस को अलविदा कह दिया था।