Edited By Updated: 10 May, 2017 04:14 PM
आम आदमी पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन के बाद घमासान तेज हो गया है ।
चंडीगढ़ः आम आदमी पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन के बाद घमासान तेज हो गया है । भगवंत मान को पार्टी का नया प्रधान बनाए जाने के बाद पूर्व कन्वीनर गुरप्रीत सिंह वडैच घुग्गी ने अाज पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस मौके घुग्गी ने कहा कि वह फिलहाल किसी अन्य पार्टी में शामिल नहीं होंगे।
प्रैस कांफ्रैंस दौरान भरे मन से वडैच ने कहा कि भगवंत मान को प्रधान बनने का मुझे को मलाल नहीं लेकिन पार्टी की प्रतिक्रिया गलत थी। उन्होंने बताया कि जब मैं कनवीनर बना मुझे खुद पता नहीं था बस एक घोषणा ने मुझे इस पद पर बैठा दिया था। मैंने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से कहा था कि सर मुझे पंजाब के लिए काम करना है,मुझे पद नहीं जिम्मदारी चाहिए लेकिन तब उन्हें पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए कोई सॉलि़ड चेहरा चाहिए थे इसलिए मुझे चुना गया।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने कहा कि पार्टी ने सीनियर लीडरों की कदर नहीं की। जो जाना चाहता था उस कोई मनाने नहीं गया।
घुग्गी ने कहा कि उनको जिस तरह पंजाब आप के कन्वीनर पद से हटाया गया वह सही नहीं थी। उन्हें गलत तरीके से इस पद से हटाया गया। उन्होंने कहा कि भगवंत मान को आप का पंजाब प्रधान बनाना गलत था। वह विधानसभा चुनाव में चुनाव अभियान समिति के प्रधान थे तो फिर वह हार की जिम्मेदारी से कैसे बच सकते हैं।
उन्होंने आम आदमी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर कड़े हमले करते हुए उसके द्वारा उठाए गए कदमों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि भगवंत मान की जगह डाॅ. धर्मवीर गांधी, सुखपाल खैहरा या एच.एस. फुलका में से किसी को पंजाब आप का प्रधान बनाया जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा,मैंने आम आदमी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। जिन उद्देश्यों आैर आप की जिन नीतियों की वजह से इस पार्टी में शामिल हुआ था, अब वे नहीं रह गई हैं। उन्होंने कहा कि अभी किसी पार्टी में शामिल होने का फैसला नहीं किया है। इस बारे में समर्थकों से चर्चा कर कोई फैसला करेंगे।