Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Nov, 2017 08:21 AM
मोहाली की युवती से गैंगरेप करने से पहले ऑटो चालक और उसके दो साथियों ने नशे का सेवन किया था। चंडीगढ़ पुलिस शनिवार को सैक्टर-53 स्थित जंगल में गैंगरेप वाले स्थल पर पहुंची। वहां पर चंडीगढ़ पुलिस को पांच नशीले इंजैक्शन मिले हैं। पुलिस ने पांचों नशीले...
चंडीगढ़(सुशील राज): मोहाली की युवती से गैंगरेप करने से पहले ऑटो चालक और उसके दो साथियों ने नशे का सेवन किया था। चंडीगढ़ पुलिस शनिवार को सैक्टर-53 स्थित जंगल में गैंगरेप वाले स्थल पर पहुंची। वहां पर चंडीगढ़ पुलिस को पांच नशीले इंजैक्शन मिले हैं।
पुलिस ने पांचों नशीले इंजैक्शन कब्जे में ले लिए हैं। इसके साथ ही पुलिस ने तीन आरोपियों की फोटो सैक्टर-42 के पैट्रोल पंप के सी.सी.टी.वी. फुटेज से हासिल की है। आरोपियों की फोटो लेकर पुलिस फोर्स शनिवार को ट्राईसिटी के ऑटो स्टैंड पर जाकर उनकी जानकारी हासिल क रने में लगी रही। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास का मोबाइल डंप डाटा बरामद किया है।
10 हजार ऑटो चलते हैं चंडीगढ़ में
पंचकूला, मोहाली और जीरकपुर से चंडीगढ़ आने वाले बिना रजिस्ट्रेशन के ऑटो चालकों पर चंडीगढ़ पुलिस कोई शिकंजा नहीं कसती है। जिसका फायदा उठाकर ऑटो चालक और उसके साथियों ने युवती से गैंगरेप कर दिया। चंडीगढ़ पुलिस के सामने चुनौती है कि बिना रजिस्ट्रेशन के चलने वाले ऑटो से आरोपियों का सुराग लगाने में काफी मशक्त करनी पड़ेगी। चंडीगढ़ की सड़कों पर आए दिन दस हजार ऑटो दौड़ रहे हैं। जिनमें 5500 ऑटो अवैध रूप से सड़कों पर चल रहे हैं।
एस.एस.पी. के आदेश-आरोपियों को जल्द करो गिरफ्तार
गैंगरेप का केस सॉल्व करने के लिए एस.एस.पी. निलांबरी विजय जगदले ने सभी थाना प्रभारियों के साथ शनिवार सुबह बैठक की। बैठक में एस.एस.पी. ने सभी थाना प्रभारियों को अलग-अलग काम बांटे हैं। एस.एस.पी. ने आदेश दिए हैं कि आरोपी जल्द से जल्द पुलिस हिरासत में होने चाहिए। इसके लिए कुछ भी करो। पुलिस की टीमें केस सॉल्व करने के लिए गायब ऑटो चालक, पुराने अपराधियों और जेल से छूटे अपराधियों का रिकार्ड खंगाल रही है। सूत्रों से पता चला है गैंगरेप करने वाले युवक मोहाली या फिर साऊथ सैक्टर के हो सकते हैं। क्राइम ब्रांच, आपरेशन सेल और थाना पुलिस लगी है केस सॉल्व करने में क्राइम ब्रांच, आपरेशन सैल और थाना पुलिस के बीच पहले केस सॉल्व करने को लेकर होड़ लग गई है। इसका कारण है कि तीनों यूनिट अलग-अलग अफसरों के अंडर है। इसलिए सभी यूनिटें एक-दूसरे को बेहतर बनने के लिए अपराधियों को पकडऩे में लगी हुई है।