Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Feb, 2018 02:23 PM
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) प्रमुख मनजीत सिंह जीके के साथ अलगाववादी जसपाल अटवाल की वायरल हो रही फोटो से राजनीति में भूचाल आ गया है।
जालंधर: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) प्रमुख मनजीत सिंह जीके के साथ अलगाववादी जसपाल अटवाल की वायरल हो रही फोटो से राजनीति में भूचाल आ गया है। अटवाल के साथ अपनी फोटो वायरल होने पर मीडिया को तथ्यों के जवाब देते जीके ने कहा कि जो फोटो वायरल हो रही है वे करीब छह महीने पहले की है। जीके ने कहा कि अटवाल छ माह पहले भी यहां आ चुके हैं। उस समय वे मेरे दफ्तर आए थे जिसपर मैंने उन्हें वेलकम कहा था। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने अटाल को ब्लैकलिस्ट से नाम हटा उन्हें वीजा दिया। अगर किसी को एतराज था तो उन्हें भारत आने ही क्यों दिया गया। उन्होंने एतराज जताते कहा कि इस फोटो को लेकर वबाल मच गया है लेकिन संजय दत्त जैसे लोगों पर कोई सवाल नहीं उठाता जिनका संबंध अतंक से रहा है। फूलन देवी से किसी को क्यों एतराज नहीं है। उन्होंने कहा जब भी सिखों को कुछ देने की बात आती है हमें अलग कर दिया जाता है।
जीके ने जहां कनाडा और अन्य देशों में सिखों के लिए चैनल खोलने के दृष्टिकोण की सराहना की वहीं केंद्र और पंजाब सरकार और उनकी एजैंसियों द्वारा किए गए व्यवहार की निंदा की। उन्होंने कहा ये मुद्दा कैनेडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के दौरे को खराब करने के मकसद से उठाया गया जो गलत है।
बता दे अटवाल ने 25 अगस्त, 2017 को दिल्ली और संसद में अपनी यात्रा की तस्वीरें भी पोस्ट कीं। जिसमें वह एक सरकारी इमारत के बाहर दिखाई दे रहे हैं। अटवाल ने पोस्ट में कहा कि उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्रालय और विदेश मंत्रालय (विदेश मंत्रालय) के कार्यालयों का दौरा किया। उन्होंने अपने देश के लिए प्यार भी व्यक्त किया और लिखा"धन्यवाद भारत और मैं अपना भारत (सिन) प्यार करता हूं।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मीडिया तथा एजैंसियों ने इसे तूल देने की कोशिश की। जीके ने कहा अटवाल ने कुछ साल पहले गलत काम किया लेकिन अब वे एक अच्छे इंसान की तरह काम कर रहा है उसके बावजूद बात को तूल दिया जा रहा है। "