Edited By Updated: 01 Mar, 2017 06:57 PM
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीएमसी) पर एक बार फिर ....
नई दिल्ली/चंडीगढ़: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीएमसी) पर एक बार फिर शिरोमणि अकाली दल (बादल) का कब्जा हो गया है। समिति के 46 वार्डों के लिए हुए चुनावों में बादल गुट ने 35 पर जीत हासिल की है। समिति के लिए 26 फरवरी को हुए चुनाव में शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) सरना गुट अभी तक केवल 7 सीटों पर विजय हासिल कर पाया है। चार निर्दलीय जीते हैं जबकि पंथिक सेवा दल और सिख सद्भावना दल का खाता भी नहीं खुल सका है। समिति के वर्तमान अध्यक्ष मंजीत सिंह जी.के. ग्रेटर कैलाश से फिर से विजयी हुए हैं।
पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने समिति के चुनावों पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सिख समुदाय ने आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस को पूरी तरह नकार दिया है। उन्होंने समिति के चुनाव में अपने गुट की शानदार विजय पर कहा कि नतीजों ने यह साबित कर दिया है कि दिल्ली के सिख समुदाय ने पार्टी द्वारा राष्ट्रीय राजधानी और पंजाब में किए गए कार्यों को सराहा है। अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली समिति के प्रमुख मंजीत सिंह जी.के. ने शानदार काम किया और उनके कार्यों का नतीजा दिल्ली के सिख समुदाय ने जीत के रूप में दिया है।
सरना गुट के प्रमुख परमजीत सिंह सरना को पंजाबी बाग वार्ड में वरिष्ठ अकाली दल नेता मनजिन्दर सिंह सिरसा ने 382 मतों से पराजित किया। सिरसा को 1849 और सरना को 1467 वोट मिले। जी.के. ने अपनी पार्टी की जीत पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह सिख समुदाय के लोगों के कल्याण के लिए किए गए कार्यों का नतीजा है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि दिल्ली की सिख संगत ने शिरोमणि अकाली दल बादल की नीतियों और कार्यों पर पिछले चार वर्षों के दौरान किए गए कार्यों पर मुहर लगाई है। उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने अपने कार्यकाल के दौरान दिल्ली के सिख समुदाय के मसलों को विभिन्न मंचों के माध्यम से सरकार के समक्ष उठाया।
उन्होंने कहा कि उनके ऊपर लगाए गए झूठे आरोपों को दिल्ली के सिख संगतों ने नकार दिया। यह जीत इस बात की परिचायक है कि पंथ मामलों की हित रक्षक केवल शिरोमिण अकाली दल बादल है। जंगपुरा से कांग्रेस के पूर्व विधायक तरविन्दर सिंह मारवाह 1250 वोटों से जीते हैं। सिविल लाइन से बादल गुट के जसबीर सिंह जस्सी, चन्दर बिहार से निसान सिंह मान, कनाट प्लेस अमरजीत सिंह पिंकी, फतहनगर से अमरजीत सिंह, शाम नगर से हरजीत सिंह, विष्णुगार्डन से मंजीत सिंह औलख, रविनगर से गुरमीत सिंह, तिलक नगर से दलजीत सिंह, संतगढ़ से चमन सिंह, तिलक बिहार से आत्मा सिंह लुबाना, कृष्णा पार्क से जगदीप सिंह कहलो, जनकपुरी से कुलतरण सिंह, शिवनगर से ओंकार सिंह थापर, सरिता बिहार से हरजीत सिंह जी.के., सफदरजंग इन्कलेव से कुलदीप सिंह साहनी और कालकाजी से हरमीत सिंह कालका विजयी हुए है।