Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 06:11 AM
संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार ने ‘पद्मावती’ फिल्म रिलीज से पहले ही राज्यों में बैन कर दी है। यू.पी. सरकार पहले ही साफ कर चुकी है जब तक फिल्म से...
जालंधर/चंडीगढ़/भोपाल(धवन/पराशर): संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार ने ‘पद्मावती’ फिल्म रिलीज से पहले ही राज्यों में बैन कर दी है। यू.पी. सरकार पहले ही साफ कर चुकी है जब तक फिल्म से आपत्तिजनक दृश्य नहीं हटाए जाएंगे ‘पद्मावती’ को यू.पी. में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि ‘पद्मावती’ फिल्म के किए जा रहे विरोध का वह समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि ‘पद्मावती’ में हिंदुओं के इतिहास के साथ खिलवाड़ हो या फिर अन्य किसी भी समुदाय की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़, उसको कतई सहन नहीं किया जाएगा। सरकार इस संबंध में जो भी उचित कदम होंगे वह उठाएगी। कैप्टन ने कहा कि जो लोग ‘पद्मावती’ का विरोध कर रहे हैं वे सही हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भले ही सैंसर बोर्ड उसे रिलीज कर दे लेकिन राज्य में वह प्रदर्शित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि फिल्म राजमाता पद्मावती के सम्मान के खिलाफ बनी है जबकि अपने मान-सम्मान के लिए उन्होंने जान दे दी थी। रानी पद्मावती और उनके जीवन व मृत्यु के बारे में उन्होंने बचपन से पढ़ा है। इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं है। फिल्म से आपत्तिजनक दृश्य हटाने तक उसे प्रदर्शित करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके उलट उन्होंने मध्य प्रदेश में रानी पद्मावती का स्मारक बनाने की घोषणा भी की।