Edited By swetha,Updated: 21 Oct, 2018 03:48 PM
पंजाब के अमृतसर में जौड़ा फाटक के निकट दशहरा देख रहे करीब 59 लोगों की रेलगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई, जबकि करीब 57 लोग घायल हो गए थे। इस हादसे को लेकर रोष में आए लोगों ने रेल लाइनों के पास दशहरा समारोह का आयोजन करने वाले आयोजकों के घर के...
अमृतसरःपंजाब के अमृतसर में जौड़ा फाटक के निकट दशहरा देख रहे करीब 59 लोगों की रेलगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई, जबकि करीब 57 लोग घायल हो गए थे। इस हादसे को लेकर रोष में आए लोगों ने रेल लाइनों के पास दशहरा समारोह का आयोजन करने वाले आयोजकों के घर के बाहर प्रदर्शन कर तोड़फोड़ की।
प्रदर्शनकारियों ने कौंसलर विजय मदान तथा उसके बेटे सौरभ मदान के खिलाफ नारेबाजी कर पत्थरबाजी करते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। बताया जा रहा है कि कौंसलर तथा उसका बेटा घर से फरार है। आपकों बता दें कि पहले जानकारी के आधार पर रेलवे की थाना जी.आर.पी. पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया है। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने सौरभ मदान के घर के बाहर काफी पुलिस बल तैनात किया हुआ है।
रेल लाइन पर क्षत-विक्षत पड़े थे शव
उल्लेखनीय है कि अमृतसर में शुक्रवार को रावण दहन देख रहे लोगों ट्रेन मौत बनकर आई थी। इस हादसे में 59 लोगों की मौत हो गई थी। पल भर में ही क्षत-विक्षत शव रेल लाइन के दोनों ओर पड़े हुए थे। चारों तरफ हाहाकार, भगदड़, पसरा खून, टूटी चप्पल-जूतें और अन्य सामान इस बात की गवाही दे रहे थे कि वे देखने तो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण दहन आए थे लेकिन उनकी ही जीवन लीला का अंत हो गया। जालंधर से अमृतसर की तरफ आ रही ट्रेन ने रावण दहन देख रहे कई लोगों को कुचल दिया।
हादसे में 50 से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है। हादसा चौड़ा बाजार के समीप हुआ। इस हादसे के लिए लोग प्रशासन,आयोजकों तथा रेलवे प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा था। इसी कारण लोगों ने आयोजकों के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि आयोजकों ने सुरक्षा व्यवस्था के खास प्रंबंध किए थे।