Edited By shukdev,Updated: 20 Oct, 2018 12:14 AM
अमृतसर रेल हादसे में शुक्रवार को 70 लोगों की मौत हो गई तथा 40 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस दौरान घायलों को अमृतसर के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घायलों का हाल जानने पंहुची नवजोत कौर सिद्धू घायल लोगों का उपचार करने लगी। नवजौत कौर...
जालंधर: अमृतसर रेल हादसे में शुक्रवार को 70 लोगों की मौत हो गई तथा 40 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस दौरान घायलों को अमृतसर के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घायलों का हाल जानने पंहुचीं नवजोत कौर सिद्धू घायल लोगों का उपचार करने लगीं। नवजौत कौर पेशे से डॉक्टर हैं।
आक्रोशित लोगों ने सिद्धू के खिलाफ की नारेबाजी
उल्लेखनीय है कि नवजौत कौर सिद्धू उस दशहरा समारोह की मुख्य अतिथि थीं, जहां पर यह रेल हादसा हुआ। स्थानीय लोग नवजोत कौर का विरोध भी कर रहे हैं। चश्मदीदों के अनुसार, हादसे के बाद नवजोत कौर तुरंत वहां से रवाना हो गईं। इससे आक्रोशित लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी भी की।
नवजोत कौर सिद्धू की सफाई
डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने बताया कि आज मैं दशहरा दहन के 6 कार्यक्रमों में गई थी। मुझे जोड़ा फाटक स्थित धोबी घाट में जिस समय पर बुलाया था, मैं उसी समय पर वहां पहुंच गई थी। मैं जब कार्यक्रम से जा चुकी थी तो मुझे 10 मिनट बाद इस घटना की जानकारी मिली। मेरे वहां होते हुए कोई घटना नहीं हुई। हमारा पहला फर्ज लोगों की जान बचाना है। अगर किसी को मेरे खून की जरूरत पड़ी तो वे भी देने से झिझकूंगी नहीं। इस घटना को लेकर लोग राजनीति कर रहे हैं, बल्कि यह समय राजनीति करने का नहीं, लोगों की जान बचाने का है। वह गुरु नानक देव अस्पताल और सिविल अस्पताल में घायलों का हाल जानने पहुंचीं।