Edited By swetha,Updated: 22 Sep, 2018 10:03 AM
पंजाब स्टेट सिविल सप्लाई तथा कार्पोरेशन (पनसप) के अक्सर कथित विवादों में रहने वाले बधनी कलां सैंटर के बीड़ राऊके रोड पर स्थित ओपन प्लिंथोंमें गेहूं के स्टाक को लेकर लाखों रुपए का घपला सामने आने उपरांत विभाग में हड़कंप मच गया है।
मोगा/बधनी कलां (गोपी/बब्बी): पंजाब स्टेट सिविल सप्लाई तथा कार्पोरेशन (पनसप) के अक्सर कथित विवादों में रहने वाले बधनी कलां सैंटर के बीड़ राऊके रोड पर स्थित ओपन प्लिंथोंमें गेहूं के स्टाक को लेकर लाखों रुपए का घपला सामने आने उपरांत विभाग में हड़कंप मच गया है।
गौरतलब है कि इस सैंटर में पहले भी कई तरह के मामले उठे थे, लेकिन फिर भी कोई सख्त कार्रवाई अभी तक नहीं हुई थी। थाना बधनी कलां की पुलिस ने विभाग के 2 अधिकारियों सहित कुछ अज्ञात कथित आरोपियों के विरुद्ध सरकारी गोदाम में स्टाक खुर्द-बुर्द कर हेराफेरी के मामले के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं यह भी मामला सामने आया है कि अधिकारियों की मिलीभगत से गेहूं की बोरियों में पानी डालकर उनका भार बढ़ाया गया है, मामले से संबंधित अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
सूत्रों से मिले ब्यौरों के अनुसार थाना प्रभारी बधनी कलां को यह सूचना मिली थी कि पंजाब स्टेट सिविल सप्लाई तथा कार्पोरेशन पनसप की बधनी कलां के बीड़ राऊके स्थित ओपन प्लिंथोंके स्टाक में बड़े स्तर पर विभाग के इंस्पैक्टरों की मिलीभगत से बड़ा घोटाला हुआ है। इसी कारण पुलिस ने थाना प्रभारी पलविन्द्र सिंह की अगुवाई में विभाग के इंस्पैक्टरों के अलावा कुछ अन्य अज्ञात कथित आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज करने की कार्रवाई शुरू करके इस केस की पड़ताल भी आरंभ की है। एकत्रित जानकारी के अनुसार विभाग के अधिकारियों की कथित मिलीभगत से मजदूरों ने बोरियों में गेहूंनिकालकर उनका भार पूरा करने के लिए पानी डालना शुरू कर दिया।
बोरियों से की गई है छेड़छाड़ : परमिन्द्र सिंह
पनसप के जिला मैनेजर परमिन्द्र सिंह बोपाराय ने कहा कि उन्होंने मौके पर जाकर पिं्लथों का जायजा लिया तथा प्राथमिक जांच दौरान यह सामने आया है कि गेहूंकी भरी गई बोरियों से छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले संबंधी विभाग के मैनेजिंग डायरैक्टर को भी रिपोर्ट भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि गेहूंकी चैकिंग संबंधी टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि टीम की ओर से कल दोपहर तक इस मामले की समूची रिपोर्ट दी जाएगी तथा उसके उपरांत ही अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।