Edited By Vaneet,Updated: 30 Mar, 2019 01:45 PM
सिविल अस्पताल मोगा के नशों का अड्डा बनने संबंधी वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है।...
मोगा(आजाद): सिविल अस्पताल मोगा के नशों का अड्डा बनने संबंधी वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। डिप्टी कमिश्नर मोगा के आदेशों पर थाना सिटी साऊथ के ए.एस.आई. सुखपाल सिंह के नेतृत्व में लगभग 7 मुलाजिमों ने सिविल अस्पताल में दबिश दी तथा सिविल अस्पताल में खड़े नौजवानों के वहां खड़ा होने का मकसद पूछना शुरू कर दिया। जो अपने आने का मकसद नहीं बता सके उनको चेतावनी देकर भगा दिया गया। पुलिस टीम ने नशेडिय़ों का अड्डा बन चुकी निर्माणाधीन इमारत की भी जांच की। वहां कोई नशेड़ी तो नहीं मिला लेकिन जगह-जगह पर बिखरी सिरिंजें, खांसी की दवाई वाली शीशियां व सिल्वर प्वाइल मिले।
इस अवसर पर ए.एस.आई. हरपाल सिंह ने एस.एम.ओ. डा. राजेश अत्री व सिविल सर्जन मोगा डा. जसप्रीत कौर सेखों से मिलकर अपराधियों की पहचान करने हेतु ओ.एस.टी. सैंटर में दवाई लेने वाले नौजवानों को पहचान कार्ड जारी करने की अपील की। इस अवसर पर ए.एस.आई. हरपाल सिंह ने कहा कि किसी को भी सिविल अस्पताल मोगा का माहौल खराब करने की मंजूरी नहीं दी जाएगी तथा सिविल अस्पताल में नशा बेचने तथा नशे का प्रयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि गत दिवस दफ्तर सिविल सर्जन मोगा के हैल्थ सुपरवाइजर महेन्द्रपाल लूंबा ने निर्माणाधीन इमारत से 4 नौजवानों को टीके लगाते पकड़ा था तथा इससे पहले भी वह रोजाना नशा बेचने तथा नशा करने वाले नौजवानों को पकड़ते आ रहे थे व समय-समय पर उच्चाधिकारियों को शिकायत कर रहे थे लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। इससे दुखी होकर उन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी थी। यह वीडियो कुछ ही समय में वायरल हो गई थी।