Edited By Anjna,Updated: 10 Feb, 2019 12:05 PM
जहां पानी है, वहीं जीवन होता है। पानी के बिना जीवन असंभव है। धरती ही एक ऐसा ग्रह है, जहां जीवन संभव है क्योंकि जिंदगी जीने के लिए सबसे अहम भूमिका निभाने वाला पानी सिर्फ धरती पर मौजूद है तथा यदि बात करें पंजाब की तो पंजाब में पानी का स्तर जमीन के...
मोगा (गोपी): जहां पानी है, वहीं जीवन होता है। पानी के बिना जीवन असंभव है। धरती ही एक ऐसा ग्रह है, जहां जीवन संभव है क्योंकि जिंदगी जीने के लिए सबसे अहम भूमिका निभाने वाला पानी सिर्फ धरती पर मौजूद है तथा यदि बात करें पंजाब की तो पंजाब में पानी का स्तर जमीन के बहुत नीचे गिरता जा रहा है, जो एक ङ्क्षचता का विषय है,लेकिन फिर भी जनता को बुनियादी सहूलियतें देने के लिए समय की सरकारों की ओर से नई तकनीकों के माध्यम से प्रबंध मुकम्मल किए जा रहे हैं। वहीं 50 वार्डों से घिरे मोगा शहर के कई हिस्सों में पानी की किल्लत अभी भी बनी हुई है।
2 लाख के करीब आबादी वाले शहर के प्रत्येक घर में पानी पहुंचाने के लिए नगर निगम की सीमा में आते 62 ट्यूबवैल जहां सारे वार्डों में पानी की पूॢत करने में असमर्थ नजर आ रहे हैं, वहीं अभी तक नए ट्यूबवैलों को स्थापित करने के लिए नगर निगम मोगा द्वारा कोई अमलीजामा नहीं पहनाया गया। शहर के लाल सिंह रोड, बहोना चौक, ग्रीन फील्ड कालोनी, चुंगी नंबर-3, जीरा रोड, अमृतसर रोड हिस्सों की बात करें तो आज भी कई हिस्सों में लोग सुबह के समय पानी की किल्लत कारण परेशानी के आलम में से गुजर रहे हैं।
प्राप्त किए ब्यौरों अनुसार 370-80 के करीब कनैक्शनों को पानी की पूॢत करने के लिए एक ट्यूबवैल काम करता है अभी यदि शहर में कनैक्शनों की गिनती देखी जाए तो 62 ट्यूबवैल शहर को पानी की समस्या से दूर करने में असमर्थ नजर आ रहे हैं। दूसरी तरफ गर्मी का मौसम आते देखकर लोगों को यह उम्मीद बनी हुई है कि पिछले 4 सालों से विकास के पक्ष से पिछड़ रहा नगर निगम शायद इस वर्ष शहरवासियों को पानी की सहूलियतों में कोई बड़ा तोहफा दे दे। अब देखना यह होगा कि नगर निगम द्वारा मोगा शहरवासियों को पानी के पक्ष से निपुण बनाने के लिए आगे क्या कदम उठाए जाएंगे।
नगर निगम द्वारा आज तक नहीं दी गई मोटर के प्रयोग को प्रवानगी
नगर निगम मोगा से आई.टी.आई. एक्टीविस्ट सुरेश सूद की ओर से दिसम्बर 2018 में मांगे रिकार्ड के जवाब में नगर निगम ने यह स्पष्ट किया है कि आज तक नगर निगम से शहर में किसी को भी मोटर के प्रयोग के लिए प्रवानगी नहीं दी गई। हैरानी की बात, तो यह है कि बिना प्रवानगी से शहर में चलती लाखों मोटरों को किसी प्रस्ताव में लाने के लिए किसी भी अधिकारी ने कोई प्रयास नहीं किया। इसके अलावा शहर में बिना मंजूरी चलते कई पानी के कनैक्शन धारकों की ओर से कथित तौर पर नगर निगम को बड़ा आॢथक चूना लगाया जा रहा है, लेकिन नगर निगम द्वारा इस बाबत आज तक कोई कार्रवाई अमल में लाकर जांच-पड़ताल नहीं करवाई गई।