Edited By bharti,Updated: 15 Sep, 2018 11:33 AM
एक तरफ जहां पंजाब सरकार द्वारा बिजली की फालतू बर्बादी को रोकने के लिए आए दिन बिजली विभाग व आम जनता से अपीलें...
मोगा (गोपी): एक तरफ जहां पंजाब सरकार द्वारा बिजली की फालतू बर्बादी को रोकने के लिए आए दिन बिजली विभाग व आम जनता से अपीलें करके बड़े दावे किए जाते हैं, वहीं दूसरी तरफ इन दावों की पोल आज नगर निगम मोगा में सरेआम खुलती देखने को मिली। आम जनता तो क्या नगर निगम मोगा अपने अंदर ही हो रही बिजली की बर्बादी को रोकने में कथित तौर पर असमर्थ नजर आया।जानकारी के अनुसार जब ‘पंजाब केसरी’ प्रतिनिधि द्वारा नगर निगम मोगा का दौरा किया गया तो देखा गया कि दोपहर 12 से 1 बजे के मध्य नगर निगम मोगा के प्रवेश गेट से लेकर अंदर तक लगी स्ट्रीट लाइटें दोपहर के समय ही जगमग कर रही थीं, जिसको बंद करने के लिए किसी भी अधिकारी या कर्मचारी ने कथित प्रयास नहीं किया तथा न ही किसी अधिकारी का इस तरफ ध्यान गया।
एक सूत्र ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि जिस व्यक्ति की स्विच को चालू व बंद करने के लिए ड्यूटी लगाई गई है, उसके द्वारा समय पर स्विच बंद नहीं किया जाता तथा कई बार सुबह 9-9 बजे तक कथित तौर पर ऐसे ही लाइटें जगती रहती हैं। दूसरी तरफ रात्रि समय चौक से लेकर चुंगी नंबर-3 तक नगर निगम द्वारा लगाई स्ट्रीट लाइटें कथित तौर पर जरूरत समय नहीं जगतीं।
शहर निवासी राजेन्द्र कुमार, विमल कुमार, चंदन बावा, रमेश कुमार, लोकेश शर्मा आदि ने कहा कि सरकार द्वारा आए दिन आम जनता को बिजली यूनिट महंगी करके हजारों रुपए बिजली के बिल भेजकर बोझ डाला जा रहा है तथा एक तरफ नगर निगम द्वारा बेझिझक बिजली की बर्बादी धड़ाधड़ की जा रही है। उन्होंने कहा कि आम जनता द्वारा टैक्स के रूप में दी जाती राशि से ही कथित तौर पर सरकारी दावते चलती हैं।उन्होंने कहा कि कोई सरकारी हो या गैर-सरकारी, आम हो या खास हर एक व्यक्ति को पंजाब के विकास के लिए बिजली, पानी तथा वृक्षों की हो रही बर्बादी को रोकने के लिए प्रयास करने की जरूरत है। खबर लिखे जाने तक नगर निगम में लगी उक्त स्ट्रीट लाइटें ज्यों की त्यों ही जगमग रही थीं। जब इस संबंधी नगर निगम अधिकारी जे.ई. से संपर्क करने का प्रयास किया तो उनका नंबर पहुंच से बाहर होने कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका।