Edited By Anjna,Updated: 29 May, 2018 03:22 PM
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बार-बार अपील करने के बावजूद प्राइवेट अस्पताल प्रबन्धनों की ओर से उनके यहां टी.बी. का उपचार करवाने वालों का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग को मुहैया न करवाने से यह बड़ी समस्या बना हुआ है।
मोगा (संदीप शर्मा): स्वास्थ्य विभाग द्वारा बार-बार अपील करने के बावजूद प्राइवेट अस्पताल प्रबन्धनों की ओर से उनके यहां टी.बी. का उपचार करवाने वालों का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग को मुहैया न करवाने से यह बड़ी समस्या बना हुआ है। इसके चलते अब विभागीय अधिकारी मैडीकल स्टोरों से टी.बी. की दवाइयां खरीदने वाले मरीजों का आंकड़ा एकत्रित करने को मजबूर हैं और मैडीकल स्टोर संचालकों से उक्त मरीजों का आंकड़ा इकट्ठा कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की ओर से पिछले दिनों किसी भी टी.बी. के संदिग्ध मरीज की इससे पीड़ित होने की पुष्टि करने हेतु सी.बी. नाट मशीन जिला स्तरीय सिविल अस्पताल के टी.बी. सैक्शन में लांच की गई थी। विभाग की ओर से प्राइवेट अस्पताल संचालकों को भी उनके यहां पहुंचने वाले टी.बी. के संदिग्ध मरीजों की जांच व इस बीमारी की पुष्टि करवाने हेतु इस मशीन का लाभ लेकर मुफ्त जांच करवाने की अपील की गई थी, लेकिन प्राइवेट अस्पताल संचालकों का इस प्रति भी उदासीन रवैया ही है।