Edited By Anjna,Updated: 18 May, 2018 02:53 PM
नई सरकार ने सेहत सेवाओं के लिए सरकारी अस्पतालों में नए प्रोजैक्टों की स्थापना तो क्या करनी है, बल्कि पिछली सरकार द्वारा शुरू हुए प्रोजैक्टों को ही अधर में लटका दिया है। मोगा के सरकारी अस्पताल के मैटरनिटी होम (जच्चा-बच्चा) को बनाने के लिए सरकार की ओर...
मोगा (गोपी राऊंके/संदीप शर्मा): नई सरकार ने सेहत सेवाओं के लिए सरकारी अस्पतालों में नए प्रोजैक्टों की स्थापना तो क्या करनी है, बल्कि पिछली सरकार द्वारा शुरू हुए प्रोजैक्टों को ही अधर में लटका दिया है। मोगा के सरकारी अस्पताल के मैटरनिटी होम (जच्चा-बच्चा) को बनाने के लिए सरकार की ओर से समय पर फंड न आने के कारण इस इमारत का काम अधर में लटक गया है। इस कारण इसका मैटीरियल भी खराब होने लगा है।
पंजाब हैल्थ सिस्टम कार्पोरेशन के पूर्व चेयरमैन बरजिन्द्र सिंह बराड़ के प्रयत्नों से यह प्रोजैक्ट शुरू हुआ था। सूत्र बताते हैं कि इस प्रोजैक्ट के लिए 12 करोड़ रुपए का बजट रखा गया था। मार्च 2018 तक इस इमारत का काम होने उपरांत रूपरेखा तय की थी लेकिन हैरानी की बात है कि पिछली सरकार के समय तक इस इमारत की 5 मंजिलें तो तैयार हो गईं, लेकिन उसके आगे कुछ नहीं हुआ।
प्रोजैक्ट रुकने से हो रही परेशानी
इस प्रोजैक्ट का काम रुकने से परेशानी अब अस्पताल के डाक्टरों, मरीजों तथा अन्य स्टाफ को भी झेलनी पड़ रही है। इस इमारत के लिए प्रयोग किया जाने वाला मैटीरियल सीवरेज सिस्टम में भरने के कारण पानी की निकासी नहीं हो रही है।