Edited By bharti,Updated: 17 Sep, 2018 11:50 AM
स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत दौरान ऊंची बाजू खड़ी करके लोगों को अपने आसपास को साफ-सुथरा...
बाघापुराना(मनीष): स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत दौरान ऊंची बाजू खड़ी करके लोगों को अपने आसपास को साफ-सुथरा बनाने के प्रशासन द्वारा दिए गए संदेश का न तो लोगों पर असर हुआ और न ही प्रशासन ने अपने संकल्प पर पहरा देने के लिए कोई दृढ़ता दिखाई, जिसके तहत गंदगी के ढेरों की जकड़ पहले से भी शहर के चप्पे-चप्पे में मजबूत दर मजबूत होती जा रही है। बेआबाद (खुलेआम) स्थानों पर लोगों द्वारा फैंकी जा रही गंदगी से उठती बदबू व भनकती मक्खी-मच्छरों से जहां पर्यावरण दूषित हो रहा है, वहीं यह भयानक बीमारियों को भी खुला न्यौता दे रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि स्वच्छता मुहिम की फूंक निकलती जा रही है।
गंदा पानी पर्यावरण की शुद्धता के लिए बना चुनौती
जानकारी के अनुसार नगर कौंसिल की मालिकी वाले स्थानों में पिछले लंबे समय से जमा हुआ गंदा पानी भी पर्यावरण की शुद्धता के लिए चुनौती बना हुआ है। चाहे नगर कौंसिल ने निकासी नालों के निर्माण की ओर विशेष ध्यान देते हुए शहर के पानी की निकासी के लिए बड़ा प्रयास किया है, लेकिन जिस ड्रेन में शहर का पानी पड़ रहा है, उसके गंदगी से भरे होने के कारण पानी का बहाव पुन: उलट दिशा की ओर हो रहा है। नालों की उचित सफाई से पिछले काफी समय से कौंसिल के हट चुके ध्यान ने इस समस्या को और गुंझलदार करके रख दिया है। लोगों की यह भी प्रमुख शिकायत है कि नालों की सफाई दौरान निकाले जाते कूड़े के ढेरों को न उठाए जाने के कारण इससे उडऩे वाली धूल लोगों के घरों के अंदर जा रही है तथा खाने-पीने वाला सामान भी प्रभावित हो रहा है।उधर, गर्मी के चलते निकलती तपश लोगों के नाक में दम कर रही है। गंदगी के सताए लोगों ने कौंसिल के अधिकारियों से मांग की कि वह खुद स्वच्छ भारत अभियान में अपना बनता योगदान डालने के लिए गंभीरता से प्रयास करें।
क्या कहना है नगर कौंसिल अध्यक्ष व ई.ओ. का..
दूसरी तरफ नगर कौंसिल अध्यक्ष अनु मित्तल व कौंसिल के कार्यसाधक अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि पानी निकासी के लिए कौंसिल ने पुख्ता प्रबंध किए हैं तथा सैनेटरी इंस्पैक्टर सफाई के प्रति अपनी टीम सहित दिन-रात पहरा दे रहा है। स्वच्छता के नारे पर पहरा देने का संकल्प उन्होंने पुन: दोहराते हुए यह भी कहा कि समूची जिम्मेदारी सिर्फ कौंसिल पर ही केन्द्रित नहीं हो सकती, बल्कि एक-एक शहरी को भी इस मुहिम में पूरी तनदेही से साथ देते हुए अपने आसपास को साफ रखना चाहिए।