Edited By swetha,Updated: 19 Jul, 2018 12:31 PM
मांगों को लेकर की जा रही हड़ताल के तहत मोगा में दूसरे दिन भी सफाई सेवकों ने शहर में जगह-जगह लगने वाले गंदगी के ढेरों को नहीं हटाया व राज्य सरकार व निकाय विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। कर्मी हड़ताल पर डटे रहे और नारेबाजी करते रहे। नगर निगम में...
मोगा (गोपी): मांगों को लेकर की जा रही हड़ताल के तहत मोगा में दूसरे दिन भी सफाई सेवकों ने शहर में जगह-जगह लगने वाले गंदगी के ढेरों को नहीं हटाया व राज्य सरकार व निकाय विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। कर्मी हड़ताल पर डटे रहे और नारेबाजी करते रहे। नगर निगम में सफाई सेवकों द्वारा लगाए धरने को संबोधित करते हुए अध्यक्ष सुभाष बोहत, सुरेश सौदा ने कहा कि पिछले माह 14 तथा 16 जून को मांगों संबंधी गेट रैलियां की गईं लेकिन सरकार द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया।
उन्होंने सरकार की मुलाजिम विरोधी नीतियों की ङ्क्षनदा की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया तो वे संघर्ष को और तीव्र करने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर म्यूनिसिपल इम्प्लाइज फैडरेशन के अध्यक्ष सुभाष बोहत, महासचिव विश्वनाथ जोनी, सरपरस्त मदन लाल बोहत, चेयरमैन कुलवंत बोहत, जिलाध्यक्ष विक्की बोहत, संदीप संगेलिया, सुरेश, अजय, प्रेम सिंह, जगसीर सिंह, सीवरेज यूनियन के अध्यक्ष सतपाल अंजान, विपिन हांडा, राकेश धुन्ना, सर्बजीत सिंह मान, इन्द्रजीत सिंह गिल, रवि सारवान, सन्नी गयाचंद, राजेन्द्र गंगू, रघुवीर अनार्य, नरेश बोहत आदि मुलाजिम उपस्थित थे।
ये हैं मुख्य मांगें
*मोहल्ला सैनीटेशन के तहत रहते कर्मचारियों को बिना शर्त पक्का किया जाए।
*ठेकेदारी सिस्टम को बंद किया जाए, सफाई सेवक, सीवरमैन, माली, बेलदार, पम्प ऑप्रेटर, क्लर्क, फायर ब्रिगेड के रहते कर्मचारी रैगुलर किए जाएं तथा नई भर्ती शुरू की जाए।
* 1 जनवरी, 2004 के बाद पक्के हुए मुलाजिमों के लिए पुरानी पैंशन स्कीम लागू की जाए।
* नगर निगम के हिसाब से हाऊस रैंट दिया जाए, माननीय सुप्रीम कोर्ट के अनुसार बराबर काम बराबर वेतन दिया जाए।
* विकास टैक्स के नाम पर 200 रुपए का टैक्स बंद किया जाए।
* डी.ए. की किस्त तथा बकाया लागू किया जाए।