Edited By swetha,Updated: 14 Jul, 2019 12:10 PM
5 दिनों से लापता 17 वर्षीय जतिंद्र का शव सड़ी-गली हालत में सलेम टाबरी के गुरबख्श नगर के एक सुनसान प्लाट में मिला जिस पर कीड़े रेंग रहे थे। शरीर पर चोटों के निशान पाए गए हैं। परिजनों ने उसकी हत्या किए जाने की आशंका व्यक्त की है।
लुधियाना(महेश): 5 दिनों से लापता 17 वर्षीय जतिंद्र का शव सड़ी-गली हालत में सलेम टाबरी के गुरबख्श नगर के एक सुनसान प्लाट में मिला जिस पर कीड़े रेंग रहे थे। शरीर पर चोटों के निशान पाए गए हैं। परिजनों ने उसकी हत्या किए जाने की आशंका व्यक्त की है। पुलिस ने शव का पंचनामा करके उसे पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना का पता आज करीब 11 बजे चला जब एक राहगीर ने नगेश हौजरी के निकट एक खाली प्लाट में एक युवक का शव पड़ा हुआ था। खबर पूरे इलाके में फैल गई और घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई। मृतक के सिर, हाथ व शरीर के अन्य भागों पर चोटों के निशान पाए गए जिसकी एक बाजू पर उसका नाम गुदा हुआ था।
उधर मामले की जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी इंस्पैक्टर विजय शर्मा अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे जिसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू की गई। इस बीच जङ्क्षतद्र के पिता राम किशोर, उसकी दोनों बहनें बबली हिना व छोटा भाई अमित मौके पर पहुंच गए जिन्होंने कपड़ों से उसकी पहचान की। चेहरे से उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। इंस्पैक्टर विजय शर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच डिवीजन 8 की पुलिस करेगी, जहां उसके लापता होने की शिकायत दर्ज हुई है। शव व मामले की पूरी डिटेल उन्हें सौंप दी गई है।
रेल लाइन के पास से मिली थी एक्टिवा
राम किशोर ने बताया कि वह साहनेवाल में काम करता है। इतनी दूर घर आने जाने में उसे परेशानी होती है। इसके चलते वह साहनेवाल इलाके में रहता है और छुट्टी के दिन घर आता है। मंगलवार शाम को करीब 8.30 बजे उसे जङ्क्षतद्र का फोन आया था कि वह उसके पास आ रहा है और शेरपुर चौक पहुंच चुका है। करीब 9.30 बजे जब उसने दोबारा फोन किया तो जङ्क्षतद्र का मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा। शुक्रवार को उसकी एक्टिवा गांव हुसैनपुरा की रेलवे लाइन के निकट लावारिस हालत में मिली जिसकी जानकारी उसने तत्काल पुलिस को दी।
दुकानदार पर हत्या करवाने का शक, पुलिस पर चाय-नाश्ता करके लौटने का आरोप
हीना ने बताया कि उन्होंने कुछ समय पहले एक करियाना की दुकान करने वाले शख्स से 30,000 रुपए कर्जा लिया था। आर्थिक तंगी के चलते वह लौटा नहीं पाया। वह शख्स लगातार जङ्क्षतद्र को जान से मारने व उठवा लेने की धमकियां दे रहा था। कुछ दिन पहले उसने पैसों वापसी को लेकर जङ्क्षतद्र को फोन करके धमकाया। इस पर जङ्क्षतद्र ने उससे कहा कि पैसा उसके पापा ने उधार लिया था, उनसे ही बात करे। जङ्क्षतद्र ने फोन पर उस शख्स की पापा से बात भी करवाई। उन्हें संदेह है कि जङ्क्षतद्र की हत्या के पीछे उस शख्स का हाथ है। हीना का यह भी आरोप है कि जब उसका भाई लापता हुआ तो उन्होंने यह बात पुलिस को भी बताई। इस पर थाना डिवीजन नंबर 8 की पुलिस उसके पास भी गई और चाय-नाश्ता करके वापस लौट आई। हिना ने बताया कि उसके भाई का मोबाइल गायब है, जिसके चलते पुलिस उसकी सी.डी.आर. निकलवाने में जुट गई है।
परिजन मारे-मारे फिरे शिकायत दर्ज करवाने, पुलिस देती रही अक्ल सीखने की नसीहत
जङ्क्षतद्र के परिवार वाले उसकी लापता की शिकायत दर्ज करवाने के लिए एक थाने से दूसरे थाने में मारे-मारे फिर रहे थे लेकिन किसी भी अधिकारी ने उनकी सुनवाई नहीं की। मृतक की बहन हीना ने बताया कि वे 4 भाई-बहन हैं। उसको छोड़कर बाकी अविवाहित हैं। मंगलवार सुबह जङ्क्षतद्र अपनी एक्टिवा पर घर से काम पर गया था। वह न्यू कुंदन पुरी इलाके में जे.के. हौजरी में ओवर लॉक का काम करता था। इसके बाद वह लौट कर नहीं आया। फैक्टरी मालिक से पता चला कि फैक्टरी बंद करने के बाद जङ्क्षतद्र अपनी एक्टिवा पर उसके साथ निकल गया था। हीना ने बताया कि वे रातभर उसे ढूंढते रहे लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। अगले दिन वे शिकायत दर्ज करवाने के लिए सलेम टाबरी थाने गए जहां से उन्हें डिवीजन नंबर-8 भेज दिया गया, क्योंकि जिस फैक्टरी में उसका भाई काम करता था, वह डिवीजन 8 में पड़ती है। वहां की पुलिस ने उन्हें शेरपुर, शेरपुर से कंगनवाल और कंगनवाल से साहनेवाल थाने भेजा। सभी थानों की पुलिस का रवैया गैर जिम्मेदराना था। यहां-वहां धक्के खाने के बाद आखिरकार वे फिर डिवीजन 8 में पहंच गए। अगर पुलिस सही समय पर हरकत में आ जाती तो शायद उसका भाई बच जाता। हिना का यह भी आरोप है कि शिकायत दर्ज करने की बजाय पुलिस उन्हें ही लताड़ती रही कि पहले बोलने की अक्ल सीख कर आएं।