Edited By swetha,Updated: 25 Apr, 2018 12:43 PM
जिला सैशन जज गुरबीर सिंह व चीफ ज्यूडीशियल मैजिस्टे्रट डा. गुरप्रीत कौर ने आज यहां की तीनों जेलों का दौरा किया। अपने इस दौरे के दौरान उन्होंने कैदियों व हवालातियों की समस्याएं सुनकर इनके यथासंभव समाधान हेतु जेल अधिकारियों को निर्देश भी दिए। सैंट्रल...
लुधियाना(स्याल) : जिला सैशन जज गुरबीर सिंह व चीफ ज्यूडीशियल मैजिस्टे्रट डा. गुरप्रीत कौर ने आज यहां की तीनों जेलों का दौरा किया। अपने इस दौरे के दौरान उन्होंने कैदियों व हवालातियों की समस्याएं सुनकर इनके यथासंभव समाधान हेतु जेल अधिकारियों को निर्देश भी दिए। सैंट्रल जेल में पहुंचने पर सैशन जज ने कैदियों व हवालातियों को परोसे गए भोजन का स्वाद चखा।
इसके उपरांत कैदियों व हवालातियों ने अपने-अपने केसों के बारे में सैशन जज को अवगत करवाया। जिन बंदियों को अपने मामलों संबंधी कानूनी सहायता प्राप्त नहीं हो रही, उन्हें शीघ्र जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी की ओर से नि:शुल्क सहायता उपलब्ध करवाने के आदेश जारी किए।
कैदी महिला बोली, परिजनों से मंगवाई दवाई नहीं लेने दी
दो वर्ष की कैद भुगत रही कृष्णा नामक कैदी ने जिला सैशन जज से शिकायत करते हुए आरोप लगाए कि आज उसकी मुलाकात का दिन था, जिसके चलते उसने अपने पारिवारिक सदस्यों से दवाइयां व अन्य खाने-पीने का सामान मंगवाया था, जिसके साथ कुछ नकद राशि भी थी परंतु उक्त सामान उसके पास नहीं पहुंचने दिया गया। कैदी महिला ने आरोप लगाया कि जेल में बढिय़ा कंपनी की दवाइयां उपलब्ध न होने के चलते ही उसने परिजनों से दवाई मंगवाई थी। इस पर सैशन जज ने जेल अधिकारी व फार्मासिस्ट से उक्त आरोपों संबंधी जानकारी हासिल की। जिला सैशन जज ने महिला सुपरिंटैंडैंट से उक्त शिकायत की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।
बंदियों ने आंखों में भरे आंसू
जब सैशन जज बंदियों की समस्याएं सुन रहे थे, तभी कुछ बंदियों की आंखों में आंसू भर आए, जिन्होंने अपनी सजा में रियायत की गुहार लगाई। इस पर सैशन जज ने उन्हें बताया कि कानूनी प्रक्रिया सर्वोपरि है। इसलिए जितनी सजा हुई है, उतनी देर जेल में रहना ही होगा।
जब बंदी महिला की बच्ची ने सुनाया वन-टू
महिला जेल पहुंचने पर एक बंदी महिला की गोद में उठाई नन्ही बच्ची से जिला सैशन जज ने पूछा कि बेटा स्कूल में क्या पढ़ती हो वह मुझे सुनाओ। बच्ची के वन-टू सुनाने पर सैशन जज ने उसे चॉकलेट देने की घोषणा की। इसके साथ ही बंदी महिलाओं के साथ जितने भी बच्चे रह रहे हैं, सब में चॉकलेट बांटने के निर्देश दिए। इस दौरान बंदी महिलाओं ने पेयजल की कमी संबंधी बताया।