Edited By Vatika,Updated: 12 Jan, 2019 10:58 AM
नगर निगम कमिश्नर पर दुर्व्ययवहार का आरोप लगाकर धरना लगाने वाली वार्ड नं.-31 की बी.जे.पी. कौंसलर सोनिया शर्मा ने शुक्रवार को इलाके के लोगों को साथ लेकर उनके ऑफिस का घेराव किया, जिन्हें मेयर ने समस्याएं हल करने का विश्वास दिलाकर शांत किया।
लुधियाना (हितेश) : नगर निगम कमिश्नर पर दुर्व्ययवहार का आरोप लगाकर धरना लगाने वाली वार्ड नं.-31 की बी.जे.पी. कौंसलर सोनिया शर्मा ने शुक्रवार को इलाके के लोगों को साथ लेकर उनके ऑफिस का घेराव किया, जिन्हें मेयर ने समस्याएं हल करने का विश्वास दिलाकर शांत किया।
कौंसलर का आरोप है कि इलाके में सफाई कर्मियों के काम पर न आने सहित विकास कार्य ठप्प होने को लेकर शिकायत करने के लिए वो वीरवार को अपने ससुर के साथ कमिश्नर के पास गई थी। जहां सुनवाई न होने के मुद्दे पर विरोध जताने से नाराज होकर कमिश्नर ने उनको ऑफिस से बाहर जाने के लिए कह दिया। इस पर कौंसलर ने कमिश्नर के ऑफिस के बाहर धरना लगा दिया था, जिस पर कमिश्नर वहां से चली गई। उसके बाद मेयर बलकार संधू ने आकर कौंसलर को धरने से उठाया, लेकिन वो शांत नहीं हुई और शुक्रवार को इलाके के लोगों को साथ लेकर जोन-डी पहुंच गई और कमिश्नर के ऑफिस का घेराव किया। इसकी सूचना मिलने पर भाजपा के दूसरे कौंसलर भी वहां जमा हो गए, जिन्होंने सोनिया की मेयर के साथ मीटिंग करवाई। उन्होंने भाजपा से संबंधित होने के कारण पक्षपात होने का आरोप लगाया तो मेयर ने शिकायतें दूर करने के लिए जल्द ही अफसरों के साथ मीटिंग करवाने की घोषणा की।
पूर्व कमिश्नर व जोन-सी के जोनल कमिश्नर के साथ भी हो चुका है विवाद
अपने वार्ड की समस्याएं हल न होने के मुुद्दे पर महिला कौंसलर का पहले जोन-सी के जोनल कमिश्नर के साथ भी विवाद हो चुका है, जिसके मुताबिक जोनल कमिश्नर द्वारा बुधवार को होने वाली मीटिंग में उसके ससुर को न आने के लिए बोला गया, जिसे लेकर बाकी कौंसलरों की मौजूदगी उनकी काफी कहासुनी हो गई, जिस बारे में वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है। इससे पहले सोनिया ने सुनवाई न होने के आरोप में पूर्व कमिश्नर जसकिरण सिंह के ऑफिस में धरना लगा दिया गया।
खुद मुलाजिमों की हाजिरी चैक कर चुकी हैं कमिश्नर
सफाई कर्मियों के ड्यूटी पर आने की शिकायत मिलने पर कमिश्नर द्वारा खुद वार्ड-31 में जाकर सफाई कर्मियों की हाजिरी चैक की गई थी। इस दौरान कौंसलर के पति ने फर्जी नामों पर सैलरी रिलीज होने की जांच की मांग करते हुए सफाई कर्मी के रिश्तेदार पर शिकायत न करने की एवज में 20 हजार की रिश्वत देने की ऑफर करने के आरोप लगाए थे, लेकिन अब तक समस्या का पक्के तौर पर हल नहीं हुआ।