Edited By Vatika,Updated: 18 Oct, 2019 12:49 PM
सरकारी स्कूलों में दोपहर को मिलने वाले मिड-डे मील के बर्तन भी विद्यार्थियों के स्वयं धोने के मामले का शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने कड़ा संज्ञान लिया है।
लुधियाना (विक्की): सरकारी स्कूलों में दोपहर को मिलने वाले मिड-डे मील के बर्तन भी विद्यार्थियों के स्वयं धोने के मामले का शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने कड़ा संज्ञान लिया है। यही वजह है कि डायरैक्टर जनरल ऑफ स्कूल एजुकेशन की ओर से इस बारे समूह जिला शिक्षा अधिकारियों को बकायदा पत्र भी जारी करके दिशा निर्देश दिए गए हैं। विभाग द्वारा जारी पत्र में साफ तौर पर कहा गया है कि मिड-डे मील के बर्तनों को धोने का कार्य कुक-कम-हैल्परों द्वारा किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक सरकार की ओर से पंजाब के सभी सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से लेकर 8वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को दोपहर के भोजन के रूप में मिड-डे मील उपलब्ध करवाया जा रहा है। शिक्षा विभाग की चंडीगढ़ व मोहाली से विभिन्न जिलों के सरकारी स्कूलों में निरीक्षण पर आने वाली टीमों के ध्यान में आया कि मिड-डे मील खाने के बाद कई स्कूलों में विद्यार्थी अपने बर्तन भी स्वयं धोने लगते हैं।
इस बारे टीमों की ओर से उक्त रिपोर्ट विभाग के शीर्ष अधिकारियों को भी दी गई। अधिकारियों के ध्यान में मामला आते ही इस बात का कड़ा संज्ञान लिया गया। मिड-डे मील सोसाइटी पंजाब द्वारा इस संबंध में जारी पत्र में साफ कहा गया है कि स्कूलों की चैकिंग के दौरान यह सामने आया है कि कुछ स्कूलों में विद्यार्थी मिड-डे मील का खाना खाने के उपरांत खुद ही बर्तन धोते हैं जो कि वाजिब नहीं है और यह काम कुक-कम-हैल्पर द्वारा किया जाना चाहिए। सोसाइटी ने उक्त निर्देशों का पालन करने की हिदायत भी डी.ई.ओज को दी है।