पंजाब में बारिश के कारण गेहूं की फसल का भारी नुकसान

Edited By Mohit,Updated: 17 Apr, 2019 06:34 PM

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पंजाब में मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश और तेज हवाओं के बाद आज पंजाब के कई इलाकों में भारी गड़ेमारी होने के कारण पक्क कर तैयार खड़ी गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।

समराला (गर्ग): पंजाब में मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश और तेज हवाओं के बाद आज पंजाब के कई इलाकों में भारी गड़ेमारी होने के कारण पक्क कर तैयार खड़ी गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। बारिश के साथ-साथ आए तेज तूफान ने खेतों में तैयार खड़ी सोने जैसी गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिससे प्रति एकड़ 5 क्विंटल झाड़ कम निकलने का अंदेशा प्रकट किया जा रहा है। इस के साथ ही पंजाब के होशियारपुर, गड़शंकर, गुरदापुर, फिरोजपुर, फरीदकोट और मुक्तसर जिलों में भारी गड़ेमारी से किसानों की फसलों के भारी नुकसान की रिपोर्टों के बाद भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल ने इन जिलों के प्रभावित किसानों के लिए तुरंत 35 हज़ार रुपए प्रति एकड़ मुआवजे की मांग करते हुए कहा कि सरकार किसानों को तुरंत राहत राशि देने का ऐलान करे। 

अप्रैल महीने में गेहूं की फसल मंडियों में आनी शुरू हो जाती है, परन्तु इस बार फसल की कटाई देरी के साथ शुरू होने की बजह से अभी खेतों में ही पक्क कर तैयार खड़ी फसल को मौसम की मार ने बड़ा नुकसान पहुंचा दिया है। बारिश तूफान ने सोने जैसी बलियां को धरती पर बिछा दिया है और किसान कुदरत के इस प्रकोप के कारण चिंता में दिखाई दे रहा है। रात की बरसात और कई जगह औला वृष्टी पडने के साथ कई जिलों खासकर राजस्थान के साथ लगते इलाकों में बड़ा नुक्सान हुआ है। 

पहले ही कर्ज में डूबा किसान कुदरत के इस प्रकोप के साथ हुए नुक्सान को बर्दाश्त करने में पूरी तरह के साथ असमर्थ दिखाई दे रहा है और फसल की तबाही कारण इस बार किसानों के कर्ज उतरने के आसार दिखाई नहीं देते। एक किसान चरनजीत सिंह जो ठेके पर जमीन लेकर फसल बिजता है,का कहना है कि उसने गेहूं की फसल को पैदा करने के लिए कीड़ेमार दवाएं, खादें और अन्य वस्तुएं बाजार में से उधार ले रखी है। उसको उम्मीद थी कि इस बार गेहूं की फसल अच्छी होने पर उसका सारा कर्ज उतर जाएगा, परन्तु उसका कहना है कि बरसात के कारण इस बार भी कर्ज उतरता दिखाई नहीं दे रहा। 

एक ओर किसान दर्शन सिंह और नैब सिंह का कहना है कि पिछले साल कई फसलों अच्छी हुई थीं जिस कारण कर्ज का भार घटा था परन्तु इस वार पहले आलू की फसल और अब गेहु की फसल के नुकसान से दोबारा किसान कर्जदार हो जाएंगे। भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के सूबा सचिव हरिन्दर सिंह लक्खोवाल ने कहा कि पंजाब के 6-7 जिलों में भारी नुकसान हुआ है और जिन इलाकों में औला वृष्टी पड़े हैं, वहां पर फसल 100 प्रतिशत नष्ट हो गई हैं। उन्होने मुख्य मंत्री से मांग की है, कि सरकार नुक्सान के अन्दाजे के लिए गिरदावरी करवाने के फैसले की बजाय प्रभावित किसानों को तुरंत 35 हजर रुपए प्रति एकड़ राहत राशि का ऐलान करे। लक्खोवाल ने खदसा प्रकट किया कि इस साल झाड़ कम निकलेगा, क्योंकि बारिश के साथ आंधी चलने साथ गेहूं खेतों में बिछ गई हैं।

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