Edited By Vatika,Updated: 18 Mar, 2019 02:39 PM
नगर कौंसिल मुल्लांपुर दाखा की तो कुछ बात ही निराली है। अगर शहर निवासियों की मुख्य सुविधाओं की बात की जाए तो अभी तक पूर्व कौंसलर अपना 9 माह का वेतन लेने के लिए कतार में खड़े हैं, जबकि उनके पीछे मौजूदा कौंसलर समेत प्रधान 5 माह का वेतन न मिलने कारण...
मुल्लांपुर दाखा (कालिया): नगर कौंसिल मुल्लांपुर दाखा की तो कुछ बात ही निराली है। अगर शहर निवासियों की मुख्य सुविधाओं की बात की जाए तो अभी तक पूर्व कौंसलर अपना 9 माह का वेतन लेने के लिए कतार में खड़े हैं, जबकि उनके पीछे मौजूदा कौंसलर समेत प्रधान 5 माह का वेतन न मिलने कारण लाइन में पहले से हाजिर हैं।
यहां कहना उचित होगा कि नगर कौंसिल मुल्लांपुर में 10 मुलाजिम काम करते थे, जिनमें सिर्फ 4 मुलाजिम ही क्लर्क हैं। 10 मुलाजिमों में से 8 की चुनावों में ड्यूटी लग गई है और बचे 2 मुलाजिम, जो शहर में आमदन इक_ी करें या शहर निवासियों की समस्याएं सुनें, जिस कारण नक्शे, प्रॉपर्टी टैक्स, डी.ओ.बी. लाइसैंस व सर्टीफिकेट आदि आमदन इकट्ठा करने के स्रोतों पर विराम लग गया है। आखिर वेतन को लेकर कब तक ये कौंसलर दबी जुबान में खुसर-पुसर करते रहेंगे।
पूर्व कौंसलरों ने वेतन को लेकर खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
अब पूर्व कौंसलरों ने अपने 10 महीनों के वेतन को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। रोजमर्रा 20 किं्वटल कूड़ा-कर्कट शहर में सफाई कर्मचारी इक_ा करते हैं लेकिन नगर कौंसिल की हद बढऩे के बावजूद भी नगर कौंसिल के पास कूड़ा फैंकने के लिए कोई जगह नहीं है, जिस कारण राजमार्ग रायकोट-बरनाला जी.टी. रोड पर बनाए डिस्पोजल पर कूड़ा फैंकना पड़ रहा है। नगर कौंसिल के पास इतनी आमदन के कोई साधन नहीं हैं कि वह कूड़ा फैंकने के लिए कोई जगह खरीद सके और इस समस्या का हल हो सके।
कर्मियों की कमी के कारण अधूरे पड़े हैं कई कार्य
नगर कौंसिल प्रधान तेलू राम बांसल ने कहा कि मुलाजिमों की कमी के कारण आमदन के स्रोतों से पैसा इकट्ठा नहीं हो रहा है। नगर कौंसिल के अधीन 13 वार्डों में कई विकास कार्य अधूरे पड़े हैं। अब आचार संहिता लगने के कारण ई.ओ., एस.ओ. व 2 क्लर्क भी चयन ड्यूटी निभा रहे हैं, जिस कारण नगर कौंसिल की आमदन में रुकावट आ गई है। हम संबंधी उ‘चाधिकारियों को सूचित किया गया है, जबकि इन मामलों से जल्द निपटाया जाएगा।