Edited By Vatika,Updated: 14 Jun, 2018 02:36 PM
पत्नी का हर मोड़ पर साथ देने वाले पति ने जहां एक नर्इ मिसाल कायम की तो वहीं एक मां ने अपनी ममता का फर्ज निभाया। मामला सैक्टर -39 चंडीगढ़ रोड स्थित अकार्इ अस्पताल का हैं, जहां पति ने अपनी पत्नी को किडनी देकर उसे नया जीवन दिया। वहीं एक मां ने अपनी...
लुधियाना: पत्नी का हर मोड़ पर साथ देने वाले पति ने जहां एक नर्इ मिसाल कायम की तो वहीं एक मां ने अपनी ममता का फर्ज निभाया। मामला सैक्टर -39 चंडीगढ़ रोड स्थित अकार्इ अस्पताल का हैं, जहां पति ने अपनी पत्नी को किडनी देकर उसे नया जीवन दिया। वहीं एक मां ने अपनी ममता का उदाहरण पेश करते हुए अपने बेटे को किडनी दी।
एक विशेष समारोह में दोनों मरीज़ों को अस्पताल से डिसचार्ज किया गया। अस्पताल की निर्देशक डा. नवप्रीत औलख ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते बताया कि किडनी ट्रांसपलांट किडनी फैल के मरीज़ों के लिए बेहतर बदल है।
अस्पताल के नैफरोलाजी विभाग के डायरैक्टर डा. जे.एस. संधू ने कहा कि अकार्इ अस्पताल किडनी ट्रांसपलांट में आने वाले समय में नए आयाम स्थापित करेगा। अस्पताल के प्रधान और सी. ई. ओ. डा. औलख ने कहा कि अप्रैल महीने में अकार्इ अस्पताल को पंजाब सरकार की तरफ से मान्यता प्रदान की गई थी।