देश प्रेम के जज्बे ने इंजीनियर से बनाया IPS

Edited By Vatika,Updated: 14 Sep, 2019 12:52 PM

ips officer rakesh aggarwal

24 साल की उम्र में देश प्रेम के जज्बे के चलते इंजीनियर से आई.पी.एस. बने राजस्थान में जन्मे राकेश अग्रवाल आपके शहर के नए पुलिस कमिश्नर हैं जो 1999 बैच के हैं।

लुधियाना (ऋषि): 24 साल की उम्र में देश प्रेम के जज्बे के चलते इंजीनियर से आई.पी.एस. बने राजस्थान में जन्मे राकेश अग्रवाल आपके शहर के नए पुलिस कमिश्नर हैं जो 1999 बैच के हैं। लगभग 13 वर्ष पहले शहर के एस.पी. सिटी रह चुके हैं लेकिन उनका भी मानना है कि चाहे लुधियाना और लुधियानवी उनके लिए नए नहीं हैं लेकिन फिर भी इतने वर्षों में काफी बदलाव आ चुका है।

आई.जी. अग्रवाल इससे पहले 6 वर्षों तक पासपोर्ट आफिसर, 5 वर्षों तक होशियारपुर, नवांशहर और कपूरथला के पुलिस कप्तान भी रह चुके हैं। पंजाब केसरी से विशेष बातचीत दौरान राकेश अग्रवाल ने बताया कि नशे को जड़ से खत्म करना उनका मुख्य एजैंडा है। इसके लिए उनकी तरफ से प्लान तैयार किया जा रहा है। नशा तस्करों को दबोचकर सलाखों के पीछे पहुंचाने के साथ-साथ पुलिस अब प्रशासन के साथ मिलकर सभी नशेडिय़ों को इलाज करवाएगी। उनका मानना है कि जब तक कि सी चीज की डिमांड खत्म नहीं होती, तब तक सप्लाई शून्य नहीं की जा सकती, क्योंकि नशा करने वाले लोग किसी न किसी ढंग से नशा खरीदने का प्रयास करते हैं। ड्रग फ्री सोसायटी बनाने के लिए पुलिस 3 भागों में काम करेगी जिसके चलते कई टीमें तैयार की जा रही हैं।

अवेयरनैस 
सी.पी. अग्रवाल के अनुसार पुलिस की तरफ से शहर ऐसे इलाकों को खंगाला जा रहा है, जहां पर नशे का सेवन करने और नशा बेचने वालों की गिनती ज्यादा है। वहां पर पुलिस खुद जाकर अवेयरनैस सैमीनार लगाएगी, ताकि युवाओं को जागरूक किया जा सके। वहीं नशा तस्करों पर नकेल कसने के लिए पब्लिक का सहयोग मागेगी। पुलिस को सूचना देने वाले का नाम कभी उजागर नहीं किया जाएगा। इसके अलावा कालेजों में जाकर युवाओं को भी अवेयर किया जाएगा।


एन्फोर्समैंट 
 पुलिस कमिश्नर के अनुसार सभी एस.एच.ओज और जी.ओज को आदेश दिए गए हैं कि नशे के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया जाए। नशा तस्कर को किसी कीमत पर न बख्शा जाए, अगर किसी पुलिसकर्मी की नशा तस्कर से ङ्क्षलक सामने आए तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा। सभी नशा तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। 


ट्रीटमैैंट
पुलिस अब सरकार के साथ मिलकर नशेडिय़ों का सरकारी अस्पतालों से फ्री में इलाज करवाएगी जिसके चलते उन्हें पहले अस्पताल में दाखिल करवाया जाएगा और जरूरत के हिसाब से दवाई भी दिलवाई जाएगी। इसके लिए पुलिस पंजाब सरकार से मदद लेगी।


मोबाइल पर आएगा मैसेज,  आर.टी.आई. के तहत जानकारी लेने की जरूरत नहीं
सी.पी. राकेश अग्रवाल के अनुसार कमिश्नरेट पुलिस में लुधियानवियों के सामने आनी वाली एक सबसे बड़ी समस्या यह भी है कि शिकायतकत्र्ता को अपनी शिकायत का स्टेटस जानने के लिए पुलिस स्टेशनों और अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं। इसके चलते अब एक सॉफ्टवेयर तैयार करवाया जा रहा है। शिकायत देने के कुछ समय बाद ही शिकायतकत्र्ता के मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से जिस अधिकारी को इंक्वायरी मार्क हुई है, उसके बारे में पता चलेगा जिसके बाद समय समय पर मैसेज के माध्यम से बताया जाएगा कि उनकी शिकायत का स्टेटस क्या है। इतना ही नहीं, शिकायत का निवारण होने पर चाहे एफ.आई.आर. हुई हो या फिर दाखिल दफ्तर, पुलिस द्वारा व्हाट्स एप पर उसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। अब किसी को भी आर.टी.आई. के माध्यम से जानकारी लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर सी.पी. अग्रवाल ऐसा करने में कामयाब होते हैं तो लुधियाना पंजाब का पहला ऐसा शहर होगा, जहां पर पुलिस व्हाट्स एप के माध्यम से लोगों को जानकारी मुहैया करवाएगी। 

 

ट्रैफिक फ्लो के हिसाब से बदली जाएगी ट्रैफि क कर्मियों और नाको की लोकेशन 
सी.पी. अग्रवाल के अनुसार ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने के लिए भी स्टडी की जा रही है। अब ऐसा नहीं होगा कि शहर के प्रत्येक चौक में 24 घंटे ट्रैफिक पुलिस खड़ी होगी। ट्रैफिक पुलिस से रिपोर्ट मंगवाई गई है जिससे यह पता लगाया जा रहा है कि शहर में किस समय किस इलाके में भीड़ होती है। टै्रफिक के फ्लो के हिसाब से टै्रफिक कर्मियों की लोकेशन बदली जाएगी। दिन और शाम के समय जिन इलाकों में ज्यादा टै्रफि क होता है वहां पर खड़े होने वाले पुलिसकर्मियों और नाको होगें। ताकि लोग समय पर अपने घर पहुंच सके। पीक ऑवर में चालान काटने बजाय पुलिस टै्रफिक कंट्रोल करने की तरफ ध्यान देगी। इसके चलते एक्सपर्ट की राय भी ली जा रही है। जरूरत दिखने पर ट्रैफिक पुलिस की फोर्स में बढ़ौतरी भी की जा सकती है। 


फोर्स फिटनैस की तरफ दे ध्यान, हर वर्ष होगा मैडीकल
सी.पी. अग्रवाल ने बताया कि फोर्स को सबसे पहले अपनी फिटनैस की तरफ ध्यान देना चाहिए। ’यादा समय ड्यूटी पर होने के चलते पुलिसकर्मियों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है लेकिन अब ऐसा नही होगा। एन.जी.ओ. के साथ मिलकर  पुलिस के लिए योगा, मैडीटेशन के समय-समय पर कैंप लगवाए जाएंगे। वहीं प्रत्येक वर्ष प्रत्येक पुलिसकर्मी का पूरा मैडीकल करवाया जाएगा जिसकी रिपोर्ट पुलिस अपने रिकार्ड में रखेगी,ताकि हैल्थ के हिसाब से ही कर्मी से काम लिया जा सके। 


पुलिस स्टेशनों को देंगे स्मार्ट लुक
 अग्रवाल के अनुसार सभी पुलिस स्टेशनों को स्मार्ट लुक दी जाएगी, ताकि वहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति अ‘छा महसूस करें। पुलिस स्टेशनों को जरूरत के हिसाब से फर्नीचर मुहैया करवाया जाएगा, वहीं साफ-सुथरे बाथरूम बनवाए जाएंगे। महिला फोर्स की जरूरतों का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।

लूट की वारदातों से दिलवाएंगे निजात
सी.पी. के अनुसार शहर में लूटपाट की वारदातों का ग्राफ काफी ’यादा है। लुधियानवियों को इससे निजात दिलवाने के लिए ऐसे रैड स्पॉट प्वाइंट ढूंढे जा रहे हैं। जहां पर स्नैङ्क्षचग की वारदातें ’यादा होती हैं, वहां पर सिविल वर्दी में स्पैशल फोर्स सारा दिन घूमेगी। वहीं आसपास पी.सी.आर. दस्ते मौजूद रहेंगे। सी.पी. के अनुसार सड़कों पर पुलिस की विजिबिलटी ही काफी हद तक क्राइम कंट्रोल करने में मददगार होती है। अब सड़कों पर दिन-रात पी.सी.आर. नजर आएगी। 

कालेजों के बाहर होगी महिला फोर्स, वूमैन को करेगी अवेयर 
पुलिस कमिश्रर के अनुसार वूमैन क्राइम पर पहल के आधार पर पुलिस काम करेगी। स्कूल-कालेजों में पढऩे आने वाली युवतियों से घर वापसी के समय छेड़छाड़ के मामलों के चलते सिविल वर्दी में महिला फोर्स मेन गेट के पास तैनात की जाएगी, ताकि मनचलों को आसानी से पकड़ा जा सके। वहीं वूमैन को पुलिस हैल्पलाइन के प्रति जागरूक किया जाएगा। 

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