Edited By Vatika,Updated: 22 Feb, 2019 10:30 AM
डायरैक्टोरेट जनरल ऑफ इन्कम टैक्स इन्वैस्टीगेशन की लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, पटियाला, चंडीगढ़, जम्मू से आई टीमों ने महानगर लुधियाना के दर्जन के लगभग कारोबारियों के संस्थानों पर दबिश दी।
लुधियाना(सेठी): डायरैक्टोरेट जनरल ऑफ इन्कम टैक्स इन्वैस्टीगेशन की लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, पटियाला, चंडीगढ़, जम्मू से आई टीमों ने महानगर लुधियाना के दर्जन के लगभग कारोबारियों के संस्थानों पर दबिश दी।
यह कार्रवाई प्रिंसीपल डायरैक्टर ऑफ इन्वैस्टीगेशन अवदेश कुमार मिश्रा के निर्देशों पर की गई जबकि इस कार्रवाई को डी.डी.आई. रितेश परमार व डिप्टी डायरैक्टर मानिक शाह कपूर की अगुवाई में टीमों ने अंजाम दिया। इन अधिकारियों के साथ 150 से 200 के लगभग इन्कम टैक्स इंस्पैक्टर व पुलिस अधिकारी शामिल थे। विभागीय सूत्रों की मानें तो विभाग पिछले लम्बे समय से इन यूनिटों पर नजर रख रहा था जिसके चलते विभाग ने इतनी बड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया। बताया जा रहा है कि विभाग उक्त परिसरों के बैंक अकाऊंट्स, सेल-परचेज बुक, लूज पेपर व कम्प्यूटर्स को खंगाला रहा है। इस दबिश को आयकर विभाग द्वारा केवल कृष्ण छाबड़ा व अन्य रियल एस्टेट कारोबारियों पर हुई दबिश से संबंधित बताया जा रहा है। विभाग इस दबिश को सोसायटी सिनेमा की जगह पर बन रही नई ए.सी. मार्कीट से जोड़ कर देख रहा है जिसकी जांच लम्बे समय से चल रही थी। सूत्रों की मानें तो केवल कृष्ण छाबड़ा के दस्तावेज को आधार बनाकर विभाग ने अपनी कार्रवाई की है।
इन संस्थानों पर हुई छापामारी
-ए.सी. मार्कीट स्थित सन्नी टैक्सटाइल्स
-के डॉट गल्र्स
-खालसा एम्ब्रॉयड्री
-आर.पी. कलैक्शन
-पक्खोवाल स्थित ओमैक्स प्लाजा
-फिरोजपुर रोड स्थित पाम कोर्ट के कार्यालय एवं निवास स्थान ऋषि नगर
-फतेहगढ़ मोहल्ला स्थित एल.जी. शॉपिंग सैंटर
-जालंधर बाईपास स्थित पूनम इंटरनैशनल
दुकानें बंद कर कारोबारियों ने किया प्रदर्शन
आयकर विभाग द्वारा दी गई दबिश से कारोबारी परेशान हो गए जिसके चलते कारोबारियों ने दुकानें बंद कर विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान कारोबारियों ने विभागीय अधिकारी का घेराव कर उनकी कार्रवाई को बाधित किया जिस कारण विभाग को पुलिस सुरक्षा बल बढ़ाना पड़ा।
बेनामी प्रॉपर्टी से जुड़ सकता है मामला
आयकर विभाग की कार्रवाई में यह मामला बेनामी प्रॉपर्टी से भी जोड़ा जा सकता है जिसके तहत विभाग को शक है कि रियल एस्टेट कारोबारियों द्वारा पिछले समय दौरान बड़े पैमाने पर बेनामी प्रॉपर्टियों की खरीद की गई है जिसकी धर पकड़ के लिए रियल एस्टेट कारोबारियों के साथ ङ्क्षलक रखने वालों जो जांच के घेरे में लिया है।