Edited By Vatika,Updated: 21 Feb, 2019 02:29 PM
किसानी कर्जों को लेकर बैंकों द्वारा की जा रही कार्रवाई के रोष में फिरोजपुर रोड पर मोर्चा लगाए बैठे किसान व उनकी परिजनों के तेवर तीखे नजर आए।
लुधियाना (सलूजा): किसानी कर्जों को लेकर बैंकों द्वारा की जा रही कार्रवाई के रोष में फिरोजपुर रोड पर मोर्चा लगाए बैठे किसान व उनकी परिजनों के तेवर तीखे नजर आए।
किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने बीती शाम पंजाब के सहकारिता मंत्री एस.एस. रंधावा के साथ मीटिंग की थी लेकिन मीटिंग बेनतीजा रहने पर आज भड़के हजारों किसानों व उनके परिवारों ने सड़कों पर उतरते ही स्थानीय फिरोजपुर रोड पर चक्का जाम कर दिया, जिससे महानगर का सारा टै्रफिक सिस्टम डगमगा गया। पुलिस प्रशासन को ट्रैफिक को डायवर्ट करने के लिए काफी मुश्किल हुई, जिससे यात्रियों को भी भारी मुशक्कत का सामना करना पड़ा।
किसान नेताओं ने कहा कि यदि किसान ही नहीं रहेगा तो फिर देश के लोगों का भविष्य किस तरह सुरक्षित रह सक ता है। प्रदर्शन खत्म करने का ऐलान करते हुए कहा कि 22 फरवरी को आंदोलन की रणनीति के साथ एक बार फिर से पंजाब सरकार पर प्रैशर बनाने की कोशिश की जाएगी।