Edited By Vatika,Updated: 28 May, 2018 01:13 PM
महानगर में सड़कों के किनारे व कंटेनर प्वाइंटों पर कूड़ा जमा रहने की समस्या आने वाले दिनों में काफी हद तक हल हो सकती है। इसे लेकर ए टू जैड कंपनी ने दावा किया है कि कूड़े से बनने वाले आर.डी.एफ. से नकोदर स्थित प्लांट में बिजली बननी शुरू हो गई है।
लुधियाना(हितेश): महानगर में सड़कों के किनारे व कंटेनर प्वाइंटों पर कूड़ा जमा रहने की समस्या आने वाले दिनों में काफी हद तक हल हो सकती है। इसे लेकर ए टू जैड कंपनी ने दावा किया है कि कूड़े से बनने वाले आर.डी.एफ. से नकोदर स्थित प्लांट में बिजली बननी शुरू हो गई है।
यहां बताना उचित होगा कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट प्रोजैक्ट के तहत कूड़े में से निकलने वाले रबड़, कपड़ा, प्लास्टिक, पेपर आदि ज्वलनशील पदार्थों को आर.डी.एफ. के रूप में विकसित करने का पहलू शामिल है, जिससे बिजली बनाई जानी है। लेकिन पहले प्लांट पर कूड़े की छंटाई के बाद उसे सुखाने के लिए ड्रायर लगने में काफी देरी होने कारण यह काम शुरू नहीं हो पाया, फिर कूड़े से बनने वाली बिजली के रेटों को लेकर पेंच फंस गया।
इसका असर सड़कों किनारे व कंटनेर प्वाइंटों पर कूड़ा जमा रहने के रूप में सामने आया। जब मामला एन.जी.टी. में पहुंचा तो नगर निगम को ग्रांट रिलीज करने व कंपनी को काम पूरा करने का शैड्यूल देने के आदेश जारी हुए। इसके तहत कंपनी ने कूड़े की छंटाई के लिए सेग्रीगेशन प्लांट व सुखाने के लिए ड्रायर लगाने का काम पूरा होने का दावा किया है। कंपनी की मानें तो कूड़े से निकलने वाले आर.डी.एफ. से नकोदर में बिजली बननी भी शुरू हो गई है।