दूसरी बार डेंगू के मच्छर का डंक हो सकता है जानलेवा सिद्ध

Edited By Vatika,Updated: 03 Sep, 2018 11:12 AM

dengue fever

अगर किसी व्यक्ति को पहली बार डेंगू हो चुका है तो उसे मच्छरों से बचकर रहना होगा। क्योंकि दूसरी बार डेंगू के मच्छर का डंक जानलेवा सिद्ध हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि पंजाब में अब तक डेंगू के 4 प्रकार के वायरल आए हैं, जिन्हें डेंगू वायरल डेन-1...

लुधियाना(सहगल): अगर किसी व्यक्ति को पहली बार डेंगू हो चुका है तो उसे मच्छरों से बचकर रहना होगा। क्योंकि दूसरी बार डेंगू के मच्छर का डंक जानलेवा सिद्ध हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि पंजाब में अब तक डेंगू के 4 प्रकार के वायरल आए हैं, जिन्हें डेंगू वायरल डेन-1 से 4 तक जाना जाता है। 3 तरह के वायरस इस वर्ष सक्रिय हैं और जिस व्यक्ति पर दूसरी बार दूसरी तरह का वायरस का हमला होता है तो उसकी स्थिति विकट हो सकती है।

मरीज के शरीर के आंतरिक भागों में खून की नाडिय़ों से रक्तस्त्राव की लीकेज भी हो सकती है, जिसे डेंगू हैमोरेजिक फीवर भी कहते हैं। रक्तस्त्राव फेफड़ों, लिवर, गुर्दे आदि अंगों को प्रभावित कर सकता है और मरीज की शॉक सिड्रोम से मौत हो सकती है। अगर किसी व्यक्ति को पहले से लिवर व किडनी का कोई रोग है और दूसरी बार उसे डेंगू हो जाता है तो यह उसकी जान पर खतरा बनकर आता है। पंजाब में रुक-रुककर बारिश होने के कारण डेंगू का प्रकोप बढऩे की पूरी सम्भावना बनी हुई है। राज्य में अब तक 400 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं। सेहत विभाग की टीमों को जगह-जगह डेंगू मच्छर का लारवा मिल रहा है, जिसे नष्ट किया जा रहा है।

डेंगू के संक्रमण से कैसे बचें
डेंगू के संक्रमण से बचने के लिए मच्छर के डंक से बचना होगा। ऐसा तभी हो सकता है जब सभी अपने घरों के आसपास बारिश का पानी एकत्रित न होने दें। खड़े साफ पानी को हटा दें अथवा कैरोसीन अथवा काला तेल डाल दें। घरों में मच्छरों के प्रतिरोधकों का इस्तेमाल करें। मच्छरों से बचाव के लिए क्रीम व पूरा बदन ढंक कर रखने वाले कपड़े डालने चाहिए।

टाइगर मच्छर का संक्रमण रोकें 
डेंगू के मच्छर एडिस जिसे शरीर पर सफेद धारियां होने की वजह से टाइगर मच्छर भी कहा जाता है। एक बार पनपने यानी पैदा होने के बाद 4 सप्ताह तक जिंदा रहता है। एक दिन में 30 से 40 बार काटता है। अगर कोई व्यक्ति डेंगू से पीड़ित है तो उसे मच्छरदानी में रखें, क्योंकि डेंगू का मच्छर अगर किसी व्यक्ति को काटता है तो पहले 5 दिन तक वायरस उसके शरीर में रहता है। ऐसे में डेंगू के एडिस नामक मच्छर किसी को काटता है तो वह भी संक्रमित हो सकता है।

‘डेंगू फ्री पंजाब’ नामक एप से लोगों को किया जा रहा जागरूक 
हर वर्ष डेंगू से हजारों लोग मौत के मुंह में चले जाते हैं। अगर लोग जागरूक हों तो कई कीमती जानें बचाई जा सकती हैं। डेंगू का मच्छर ही चिकनगुनिया व जीका वायरस के फैलने का कारण है। ऐसे में शूगर, बी.पी., हृदय व गुर्दा रोग के लोगों को विशेष ध्यान रखना चाहिए। डेंगू की जांच सभी सरकारी अस्पतालों में फ्री की जा रही है, जिनके परिजन व बच्चे बाहर रहते हैं और बीमार होकर घर आते हैं उन्हें फौरन डेंगू की जांच करवानी चाहिए। इन दिनों बुखार होने पर सिर्फ पैरासिटामोल की गोली लें। डिस्प्रिन व ब्रूफीन कदापि न लें। सेहत विभाग द्वारा वैन, वीडियो आदि के अलावा ‘डेंगू फ्री पंजाब’ नामक एप से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
       -डा. गगनदीप ग्रोवर, स्टेट प्रोग्राम अफसर नैशनल बैक्टर बोर्न डिजिज कंट्रोल प्रोग्राम चंडीगढ़।

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