Edited By Vatika,Updated: 17 Oct, 2018 03:00 PM
बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त करने के नाम पर वैसे तो कई बार सर्वे करके योजनाएं बनाई जा चुकी हैं लेकिन उन पर अब तक अमल शुरू नहीं हो पाया है। इसी बीच मेयर बलकार सिंह संधू ने कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के सामने नया प्लान पेश किया है, जिसमें बुड्ढे नाले को...
लुधियाना (हितेेश): बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त करने के नाम पर वैसे तो कई बार सर्वे करके योजनाएं बनाई जा चुकी हैं लेकिन उन पर अब तक अमल शुरू नहीं हो पाया है। इसी बीच मेयर बलकार सिंह संधू ने कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के सामने नया प्लान पेश किया है, जिसमें बुड्ढे नाले को पक्का करके ट्रैफिक समस्या का समाधान करने के लिए प्रयोग में लाने का पहलू शामिल किया गया है।
इसके अलावा सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांटों को अपग्रेड करने की जो योजना पहले से बनी है उसकी जगह बुड्ढे नाले के सतलुज दरिया में मिलने वाले प्वाइंट पर एफुलैंट ट्रीटमैंट प्लांट लगाने का सुझाव दिया गया है, ताकि डाइंगों व इंडस्ट्रीयल यूनिटों के कैमिकल युक्त पानी के अलावा रास्ते में गिरने वाले सीवरेज के पानी को एक ही जगह साफ किया जा सके।निगम अधिकारियों ने सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांटों की कैपेसिटी व टैक्नोलॉजी अपग्रेड करने संबंधी बनाई गई योजना को लेकर चीफ मिनिस्टर के सामने रिपोर्ट पेश की तो मेयर ने सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांटों की वर्किंग की पोल खोलकर रख दी है।
उन्होंने बताया कि एक तो सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट ओवरलोड होने की वजह से ज्यादातर पानी को साफ किए बिना ही बुड्ढे नाले में गिराया जा रहा है। इसी तरह मौजूदा सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट डोमैस्टिक पानी के लिए डिजाइन होने की वजह से वहां पहुंच रहे डाइंगों व इंडस्ट्रीयल यूनिटों के कैमिकल युक्त पानी को साफ करने का कोई फायदा नहीं हो रहा है। ऐसे में यह सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट एक शोपीस बनकर रह गए हैं और उन्हें चलाने पर खर्च किया जा रहा बिजली के बिल, क्लोरीन व कम्पनी चार्जिस का पैसा बर्बाद हो रहा है।