Edited By swetha,Updated: 25 Apr, 2019 12:20 PM
लिप के प्रमुख सिमरजीत सिंह बैंस जहां पिछले समय से लोगों के हितों के लिए स्टिंग आप्रेशन के जरिए बेईमान अफसरों की पोल खोल रहे हैं। वहीं गत दिवस बैंस ने एडिशनल डायरैक्टर ऑफ फैक्टरीज एम.पी. बेरी द्वारा ली रिश्वत को स्टिंग आप्रेशन के जरिए जगजाहिर किया है।
लुधियाना (कंवलजीत): लिप के प्रमुख सिमरजीत सिंह बैंस जहां पिछले समय से लोगों के हितों के लिए स्टिंग आप्रेशन के जरिए बेईमान अफसरों की पोल खोल रहे हैं। वहीं गत दिवस बैंस ने एडिशनल डायरैक्टर ऑफ फैक्टरीज एम.पी. बेरी द्वारा ली रिश्वत को स्टिंग आप्रेशन के जरिए जगजाहिर किया है।
बैंस ने बताया कि इंडस्ट्रीज लगाने से पहले इसका नक्शा पास करवाना जरूरी होता है, जिसमें यह नक्शा एडिशनल डायरैक्टर बेरी पास करते हैं। बेरी अपने पद का गलत इस्तेमाल करके इंडस्ट्रीज के साथ पिछले कई समय से रिश्वत के जरिए ब्लैकमेल कर रहे हैं, जिनकी रिश्वत 35,000 से 50,000 रुपए से कम नहीं है। उन्होंने बताया कि उनके दोस्त गुरमीत पाल ने अपना फैक्टरी का नक्शा पास करवाने के लिए बेरी के साथ संपर्क किया और बेरी ने इस कार्य के बदले करीब 25,000 रिश्वत की मांग की, जबकि गुरमीत गरीब व्यापारी है। जब गुरमीत ने बेरी को 25,000 रुपए दिए और उन्होंने समय पर उसकी जेब में से 25,000 रुपए बरामद करके पैसे वापस करवाए।
बाद में अपनी गलती मानकर बेरी उनसे माफी मांगने लगा। बैंस ने कहा कि बेरी का वेतन हर माह 1,50,000 रुपए है और 31 मार्च, 2019 को वह अपने पद से रिटायर्ड हो चुके हैं, जबकि सरकार ने उनको 1 साल की बढ़ौतरी दी है, जिसका नाजायज फायदा उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह बेरी की लिखित शिकायत विजीलैंस, स्पीकर, चीफ सैक्रेटरी व मुख्यमंत्री को करेंगे, जबकि लिप की भ्रष्टाचार अधिकारियों के खिलाफ मुहिम निरंतर जारी रहेगी।