Edited By Vatika,Updated: 13 Jun, 2018 04:39 PM
आज से 3 वर्ष पहले 12 जून की रात को दक्षिणी बाईपास पर नहर के पुराने पुल के पास नैशनल रोड से दिल्ली साइड जाते नए बने पुल के नीचे अमोनिया गैस के साथ भरा टैंकर फंस जाने के बाद जहरीली अमोनिया गैस के लीक होने से पूरे शहर के लोगों में अफरा-तफरी मच गई थी।...
दोराहा(सूद,गुरमीत कौर): आज से 3 वर्ष पहले 12 जून की रात को दक्षिणी बाईपास पर नहर के पुराने पुल के पास नैशनल रोड से दिल्ली साइड जाते नए बने पुल के नीचे अमोनिया गैस के साथ भरा टैंकर फंस जाने के बाद जहरीली अमोनिया गैस के लीक होने से पूरे शहर के लोगों में अफरा-तफरी मच गई थी। जिसके साथ लोगों ने अपने बचाव के लिए घरों को खाली कर दिया था और लोग घरों में पड़े कीमती सामान की परवाह किए बिना अपने बच्चों और पारिवारिक सदस्यों को घरों से बाहर निकाल कर आसपास के गांवों की सड़कों और धार्मिक स्थानों समेत अपने सगे संबंधियों का सहारा लेने के लिए शहर को छोड़ कर भाग गए थे।
यदि आज से 3 वर्ष पहले रात के समय घटे भयानक गैस हादसे पर नजर डाली जाए तो इस हादसे को याद करके कई लोगों की आंखों में आंसू आज भी बह रहे है, क्योंकि इस गैस हादसे के साथ जहां शहर के कई व्यक्तियों की मृत्यु हो गई थी, वहीं इस हादसे ने हजारों लोगों को बेहोश करके शहर व आसपास के अस्पतालों के में कई दिन तक तडफ़ाया था। हमारे प्रतिनिधि ने जब गैस हादसे वाली जगह के बिल्कुल नजदीक पड़ते मोहल्लों के लोगों के साथ बात की तो उन्होंने कहा कि उनके घर गैस हादसे वाली जगह के बिल्कुल नजदीक होने के कारण जब आज से 3 साल पहले 12 जून की रात को वह रोटी खाकर सोने की तैयारी कर रहे थे तो उनका सांस एकदम घुटने लग पड़ा और आंखों का रंग लाल होने के साथ इनमें पानी आना शुरू हो गया।
इसके बाद उन्होंने घरों से जब बाहर निकल कर देखा तो उनके आसपास भगदड़ मची थी और कई लोग इधर-उधर भाग रहे थे। जिसके बाद वह भी अपने बचाव के लिए परिवारों समेत घरों को छोड़ कर भाग गए। कई लोगों ने यह भी बताया कि उनको खुद जहरीली गैस अमोनिया ने अपनी लपेट में ले लिया था परन्तु उन्होंने मुंह पर गीले रूमाल आदि बांध कर हौसला न हारते हुए बेहोश हुए व्यक्तियों को अस्पतालों में पहुंचाने के लिए ही पहल की।