Edited By Vatika,Updated: 27 Aug, 2018 09:57 AM
108 एम्बुलैंस की हालत किसी से छिपी नहीं है। राज्य में चल रही इन 240 एम्बुलैंस गाडिय़ों में अधिकतर की हालत काफी खराब है। इससे कई बार एम्बुलैंस रास्ते में खराब होने से मरीज की हालत काफी गंभीर हो जाती है। ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया, जब गांव ईसड़ू...
लुधियाना(सहगल): 108 एम्बुलैंस की हालत किसी से छिपी नहीं है। राज्य में चल रही इन 240 एम्बुलैंस गाडिय़ों में अधिकतर की हालत काफी खराब है। इससे कई बार एम्बुलैंस रास्ते में खराब होने से मरीज की हालत काफी गंभीर हो जाती है। ऐसा ही एक मामला उस समय सामने आया, जब गांव ईसड़ू से खन्ना सिविल अस्पताल में मरीज को लेकर जा रही एम्बुलैंस का टायर फट गया। उस समय एम्बुलैंस में जसविंद्र सिंह (35) जिसे हार्ट अटैक हुआ था, को सिविल अस्पताल खन्ना ले जाया जा रहा था। इसी बीच टायर फटने के बाद मरीज को फिर से छाती में तेज दर्द शुरू हो गया और ई.एम.टी. ने किसी तरह मरीज को संभाला तथा किसी तरह अस्पताल पहुंचाया।
कम्पनी से शिकायत करने पर हो जाती है ट्रांसफर
एम्बुलैंस के कर्मचारियों की यूनियन के एक प्रवक्ता ने बताया कि जिले में चल रही कई एम्बुलैंस गाडिय़ों की हालत काफी खस्ता है। अगर कोई कर्मचारी इसकी शिकायत कम्पनी से करता है या मीडिया को बताता है तो उसकी ट्रांसफर कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि खटारा हो रही एम्बुलैंस गाडिय़ों के कारण मरीजों की जान पर खतरा बना रहता है।