Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 11:11 AM
एक हफ्ते के बाद सुबह-सुबह सूर्य भगवान के शहरवासियों को दर्शन हुए। सूर्य देव के दर्शन करने के बाद शहरवासियों ने चैन की सांस ली कि अब धुंध तथा धुएं से राहत मिलेगी। शहर निवासियों की यह खुशी चंद घंटों की ही रही कि दोपहर 12 बजे के बाद अचानक ही बाजारों...
बरनाला (विवेक सिंधवानी,गोयल): एक हफ्ते के बाद सुबह-सुबह सूर्य भगवान के शहरवासियों को दर्शन हुए। सूर्य देव के दर्शन करने के बाद शहरवासियों ने चैन की सांस ली कि अब धुंध तथा धुएं से राहत मिलेगी। शहर निवासियों की यह खुशी चंद घंटों की ही रही कि दोपहर 12 बजे के बाद अचानक ही बाजारों में धुआं उठने लगा। देखते ही देखते पूरे शहर में धुआं छा गया। फैले हुए धुएं के कारण सामने से आ रहा कोई वाहन भी किसी व्यक्ति को नहीं दिख रहा था। धुआं फैलने के कारण दिन में ही अंधेरा हो गया।
अंधेरा होने के कारण दिन में ही स्ट्रीट लाइटें भी जग गईं। लोगों की आंखें जलने लगीं। वाहन चालक दिन में ही पीली लाइटों का प्रयोग कर रहे थे। आम लोगों को सांस लेना भी मुश्किल हो गया था। धुआं शरीर के अंदर न जाए इसीलिए आम लोगों ने अपने मुंह को रूमाल से ढका हुआ था।
धुएं के कारण अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या
इलाके में फैले धुएं के कारण शहर के सरकारी तथा प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या अचानक ही बढ़ गई। खांसी, जुखाम, बुखार, चमड़ी के रोगों के मरीजों की संख्या अस्पतालों में ज्यादा थी। क्रांतिकारी व्यापार मंडल के अध्यक्ष नीरज जिंदल, अग्रवाल सभा के अध्यक्ष विजय कुमार गर्ग ने कहा कि खेतों में पराली की लगाई आग के कारण ही यह धुआं फैल रहा है।
पंजाब सरकार तथा हाईकोर्ट ने पराली को आग लगाने पर पाबंदी लगाई हुई है, पर इस पाबंदी को जिला प्रशासन द्वारा सही ढंग से लागू नहीं किया जा रहा है। इसी कारण शहर में इतना धुआं फैला है तथा लोग बीमारियों की जकड़ में आ रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि पराली को ठिकाने लगाने का कोई उचित प्रबंध करे ताकि लोगों को धुएं तथा बीमारी से राहत मिल सके ।
धुएं से जीना मुहाल व जन जीवन हुआ प्रभावित
वहीं सुनाम व आसपास के क्षेत्र में धुएं की मोटी परत ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया। सुनाम क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडैक्स (ए.क्यू.आई.) 500 से भी अधिक नजर आ रहा है जो ए.क्यू.आई. की संतोषजनक स्थिति 51-100 से पांच गुना ज्यादा है जिसने लोगों के जीवन पर बुरा प्रभाव डाला है। उधर बहुत से दुकानदारों ने कहा कि सायं 3 बजे ही धुएं की बहुतात होने से बाजारों में से ग्राहक गायब हो गया व बहुत से दुकानदारों ने दुकानें बंद कर दीं। जब इस संबंधी सुनाम के कई डाक्टरों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि धुंध के प्रभाव से लोगों को सांस लेने में दिक्कत है और सांस संबंधी मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
जब तक पर्यावरण में धुआं है तब तक विद्यार्थियों को छुट्टियां करने की मांग की गई है। छोटे-छोटे बच्चे 3-4 बजे जब स्कूलों से लौटे तो आंखों में जलन व जुकाम से ग्रस्त पाए गए। पंजाब केसरी ने बच्चों के अभिभावकों से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि सरकार व स्कूल प्रबंधन कमेटी को चाहिए कि वे स्कूलों को तुरंत प्रभाव से बंद करें। लोगों ने मांग की कि इस संबंध में सरकार ठोस कदम उठाए। उधर एक महिला को धुएं के कारण हार्ट अटैक के चलते
चंडीगढ़ के प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ा।