Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Nov, 2017 12:38 PM
पंजाब में आतंकवाद के काले दौर में सक्रिय रहे खूंखार आतंकवादी संगठनों से संबंधित रहे कुछ गर्मख्याली व कट्टरपंथियों द्वारा अब प्रदेश में गैंगस्टरों की मदद से हत्याओं को अंजाम दिया जा रहा है।
फगवाड़ा (जलोटा, अशोक कौड़ा ): पंजाब में आतंकवाद के काले दौर में सक्रिय रहे खूंखार आतंकवादी संगठनों से संबंधित रहे कुछ गर्मख्याली व कट्टरपंथियों द्वारा अब प्रदेश में गैंगस्टरों की मदद से हत्याओं को अंजाम दिया जा रहा है। यह खुलासा आज फगवाड़ा में पंजाब के डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा ने एस.पी. कार्यालय में पत्रकारों से वार्तालाप दौरान किया। उन्होंने कहा कि नि:संदेह यह गम्भीर घटनाक्रम है, लेकिन पुलिस तंत्र हर स्तर पर सतर्क व मुस्तैद है।
डी.जी.पी. अरोड़ा ने कहा कि पंजाब में 6 बड़े गैंग सक्रिय हैं, जिन्हें पुलिस ने ए कैटागरी में रखा है। इन गैंग्स के गैंगस्टरों की गिरफ्तारी हेतु पूरे प्रांत की पुलिस तत्पर है और ऐसे कई आप्रेशन व काऊंटर आप्रेशन निरंतर हो रहे हैं, जिससे इनकी गिरफ्तारी जल्द से जल्द सम्भव हो सके। उन्होंने कहा कि पंजाब में पकोका लागू होने के बाद पुलिस को गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने में बड़ी सहायता मिलेगी। मौजूदा हालात में गैंगस्टरों को अदालत से सजा दिलवाने में पुलिस का रिकॉर्ड बेहद खराब है। इन हालात में पकोका जैसे कड़े कानून का लागू होना समय की प्रबल मांग है।
पुलिस प्रमुख भी पंजाब में पकोका लगाने के पूरी तरह से पक्ष में हैं। पंजाब में आतंकवाद के पुन: सक्रिय होने की सम्भावना नहीं है। कुछ कट्टरपंथी ताकतें पंजाब की अमन-शांति को खराब करने में जी-तोड़ कोशिशें कर रही हैं, लेकिन उनको नहीं लगता कि पंजाब में दोबारा आतंकवाद पैदा होगा और जो हालात सन् 1980 के दशक में देखने को मिले थे, वे कभी पुन: सृजित होंगे।
आर.एस.एस. व हिन्दू संगठनों के प्रमुखों की हत्याओं के मामलों की जांच में एस.आई.टी. टीमें जुटीं
उन्होंने स्वीकार किया कि पंजाब में कुछ मामलों में गठित हुई पुलिस की एस.आई.टीज टीमें ज्यादा सफलता प्राप्त नहीं कर सकी हैं, लेकिन ऐसे अनेक केस हैं, जहां एस.आई.टीज की कार्यशैली बेहतरीन रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में आर.एस.एस., हिन्दू संगठनों व कुछ अल्पसंख्यक समुदाय के प्रमुखों की हुई हत्याओं को लेकर गठित हुई पुलिस एस.आई.टी. की टीमें इन मामलों को अभी तक नहीं सुलझा पाई हैं, लेकिन यह विफलता नहीं है। पुलिस जांच का दौर जारी है और यह सभी केस एस.आई.टीज द्वारा जल्द सुलझा लिए जाएंगे।
पंजाब में कश्मीरी आतंकी संगठनों की मूवमैंट जीरो
उन्होंने कहा कि पंजाब में कश्मीरी आतंकी संगठनों, जिनमें लश्कर-ए-तोयबा व जैश-ए-मोहम्मद आदि शामिल हैं, की मूवमैंट पूरी तरह से जीरो है। पंजाब पुलिस ने पूर्व में गुरदासपुर व पठानकोट में हुए आतंकी हमलों से बहुत कुछ सीखा है। वर्तमान में पुलिस तंत्र ऐसे आतंकी हमलों से निपटने हेतु पूरी तरह से तैयार है। सरकार द्वारा पुलिस को करोड़ों रुपए खर्च कर ऐसे कई हथियार व उपकरण मुहैया करवाएं गए हैं, जो ऐसे आतंकी हमलों से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब में सभी बॉर्डर जिलों में पुलिस के पास बुलेट प्रूफ वाहन मौजूद हैं। इस दौरान आई.जी. जालंधर जोन अॢपत शुक्ला, डी.आई.जी. जालंधर रेंज जसकरण सिंह, एस.एस.पी. कपूरथला संदीप शर्मा व एस.पी. फगवाड़ा पी.एस. भंडाल सहित कई शीर्ष पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
पुलिस ड्रग्स तस्करों को अदालत में सजा दिलवाने में देश में सबसे अव्वल
पंजाब में जारी ड्रग्स का काला कारोबार व इसमें शामिल पुलिस के कई अधिकारियों की पूर्व में हुई गिरफ्तारियों संबंधी उन्होंने स्वीकारा कि पंजाब पुलिस में ऐसी कुछ काली भेड़ें सक्रिय रही हैं, जो ऐसे काले कारोबार में संलिप्त रही हैं। सच्चाई यह है कि पंजाब पुलिस ड्रग्स तस्करों को अदालत में सजा दिलवाने में देश में सबसे अव्वल नम्बर पर है।
ड्रग्स सदैव पंजाब के लिए बड़ी चुनौती बनी है, क्योंकि सीमा पार पाकिस्तान से ड्रग्स की खेपें पंजाब में आती रही हैं। भारत सरकार द्वारा अब पंजाब से सटी भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बी.एस.एफ. नौजवानों की संख्या में भारी बढ़ौतरी कर दी गई है। इससे पाकिस्तान से आती ड्रग्स की खेपों में बड़ी गिरावट आई है।