Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Nov, 2017 01:34 PM
धर्म व सेवा कार्यों में अपनी पहचान बनाते हुए आगे कदम बढ़ा रही बाबा बालक नाथ सेवा समिति, जो अब तक 65 महीने लगातार जरूरतमंद परिवारों को राशन दे चुकी है, द्वारा 66वां राशन वितरण समारोह बाबा बालक नाथ मंदिर किशनपुरा के जंजघर हाल में करवाया गया।
जालंधर (शास्त्री) : धर्म व सेवा कार्यों में अपनी पहचान बनाते हुए आगे कदम बढ़ा रही बाबा बालक नाथ सेवा समिति, जो अब तक 65 महीने लगातार जरूरतमंद परिवारों को राशन दे चुकी है, द्वारा 66वां राशन वितरण समारोह बाबा बालक नाथ मंदिर किशनपुरा के जंजघर हाल में करवाया गया। उक्त कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पधारे साधु सिंह धर्मसोत (कैबिनेट मंत्री पंजाब) द्वारा पावन ज्योति जगाने की रस्म निभाई गई। उनका साथ श्री विजय चोपड़ा, चेयरमैन प्रिं. सतपाल जस्सी, कैशियर सर्बजीत सिंह, प्रिं. अमनदीप कौर के अलावा और भी कई विशिष्ट नागरिकों ने दिया।
पंजाबी कल्चर से परिचय करवाया गायक राज ने
इस दौरान पी.टी.सी. के राज ने पंजाबी कल्चर से ओतप्रोत गीत गाकर वातावरण को खुशहाल करते हुए उपस्थित लोगों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
सेवा सहायता, प्रोत्साहन एवं सम्मान कार्यक्रम भी हुए
इस दौरान संस्था द्वारा सेवा, सहायता, प्रोत्सहन एवं सम्मान कार्यक्रम भी करवाए गए ,जिसके तहत 25 जरूरतमंदों को मासिक राशन, 21 मेधावी विद्याॢथयों को उपहार व प्रमाण पत्र, 30 जरूरतमंद बहनों को कम्बल तथा 11 बुजुर्गों को सम्मान पत्र व दोशाले भेंट किए गए।
ये गण्यमान्य व्यक्ति हुए शामिल
कार्यक्रम में राहुल बाहरी, अशोक गुप्ता, श्रीकंठ जज, अरुण वालिया, अजमेर सिंह बादल, राजीव, तजिन्द्र पाल सिंह, अमरजीत सिंह अमरी, मीना शर्मा, विजय शर्मा, अश्विनी बावा, विकास ढंडा, विकास राजपुरोहित, यशपाल सफरी, सुदेश विज, सुरिन्द्र सिंह कैरों, तलवीर सिंह, गुरमीत कौर, सुदेश कुमार, जगदीश लाल, कमलजीत कौर धनोआ, वीना रानी, विनय भाटिया, निर्मल सिंह, अनूप पाठक, कपिल राजपूत, सुमेश आनंद, राकेश, मनोहर लाल महाजन, पंकज शर्मा, राजिन्द्र शर्मा, गुलशन सहोता, सुमित कालिया, जतिन्द्र मोहन विज, रीतेश कुंद्रा व अन्यगण्यमान्यों ने अपनी -अपनी उपस्थिति दायर की।
इन लोगों ने दिया अपना अपना सहयोग
संस्था की ओर से सर्बजीत सिंह, सुनील अरोड़ा, चमन लाल , अशोक कुमार, राजेश कुमार, शिव वर्मा, प्रिं. रंजना मित्तल, दविन्द्र सिंह, सुरिन्द्र कल्याण, रमेश ग्रेवाल, नेहा, राम लुभाया मेहता, राजू गिल, भूपिन्द्र सिंह, साहिल सेठी, सौरव गिल, जितेन्द्र कुमार, विजय, पारस, राकेश, सलीन, प्रवेश कुमार आदि ने भी अपना-अपना भरपूर दिया। इस दौरान जगमोहन सबलोक, यशपाल धीमान, इकबाल सिंह अरनेजा, हरविन्द्र सिंह जुनेजा द्वारा विशेष सहयोग दिया गया।
इन-इन लोगों ने रखे अपने-अपने विचार
कार्यक्रम में अनेक धार्मिक, सामाजिक व राजनीतिक संस्थाओं के गण्यमान्यों ने अपने विचार सांझे करते हुए लोगों को अपने-अपने कत्र्तव्यों के प्रति जागरूक किया व धर्म के साथ-साथ सेवा कार्य करने की प्रेरणा दी।मंच संचालन करते हुए प्रिं. सतपाल जस्सी ने आए हुए गण्यमान्यों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि माता-पिता के आशीर्वाद से उन्नति, सहयोगियों से ही हर कार्यक्रम में सफलता और गुरुजनों के आशीर्वाद से ही भजन-भक्ति व इहलोक-परलोक सुधारने का बल मिलता है। समारोह में पधारे श्री विजय चोपड़ा का सर्बजीत सिंह ने स्वागत किया। मुख्यातिथि साधु सिंह धर्मसोत ने कहा कि बहुत कम लोग होते हैं जो असमर्थ लोगों की सहायतार्थ लगातार आगे बढ़ते हैं तथा ऐसे लोगों से ही समाज चल रहा है। इस बात का प्रमाण आज मुझे उक्त संस्था द्वारा गत साढ़े 5 वर्षों से चलाई गई निरंतर मुहिम में देखने को मिला है।
उन्होंने कहा कि आज समाज में केवल कमियां निकालने वाले बहुत हैं, काम करने वाले कम हैं। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट कहा कि आतंकवाद की आंधी में पंजाब केसरी गु्रप चट्टान की तरह खड़ा रहा यद्यपि इस परिवार के लोगों को शहादतें देनी पड़ीं। उन्होंने उक्त संस्था द्वारा चलाई गई सेवा सहायता मुहिम को आगे बढ़ाने हेतु सहयोगवश सरकारी खजाने में से 1 लाख रुपए संस्था को भेंट करने की घोषणा की।डा. जसलीन सेठी ने कहा कि अगर परमात्मा का आशीर्वाद पाना है तो परमात्मा द्वारा बनाए जीवों पर दया और सेवा का जज्बा जरूरी है। उक्त संस्था जरूरतमंदों की सेवा कर परमात्मा का आशीर्वाद प्राप्त कर रही है।
श्री विजय कुमार चोपड़ा जी ने अपने विचार प्रकट करते हुए संस्था द्वारा चलाई गई मुहिम की सराहना की तथा भविष्य में भी इसी तरह उक्त सेवा कार्यों में आगे बढऩे को प्रेरित किया। समाज सेविका प्रवीण अबरोल ने कहा कि समुद्र में तो बहुत कुछ होता है। कोई उसमें से मोती प्राप्त कर लेते हैं, कोई मछलियां और कोई केवल अपने पैर भिगो कर आ जाते हैं लेकिन मैडम अमनदीप ने शहर से धर्म व समाज के प्रति अपना अच्छा दायित्व निभाने वाले लोगों रूपी मोतियों को इकट्ठा कर जो एक बहुमूल्य हार तैयार कर दिया वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा के बराबर कोई सद्कर्म नहीं। श्री रामनवमी उत्सव कमेटी के महासचिव अवनीश अरोड़ा ने कहा कि आज हर इंसान अपने परिवार के लिए बहुत कुछ करता है। जगह-जगह लंगर भी लगते हैं, लेकिन जिस घर में बच्चे भूख से त्रस्त हों उन्हें खाना खिलाने जैसा पुण्य और कोई नहीं। ऐसा पुण्य लाभ उक्त संस्था गत कई वर्षों से ले रही है।
प्रिंसीपल अमनदीप कौर ने कहा कि सेवा का कार्य अपने घर से शुरू होता है। जो इंसान अपने मां-बाप, बुजुर्गों की सेवा नहीं कर सकता वह समाज में चाहे जितना मर्जी सेवा भाव का प्रदर्शन करे, उसका पुण्य लाभ उसे कभी नहीं मिल सकता। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था दानवीरों के सहयोग से निरंतर सेवा कार्यों में आगे चल रही है। हमारे पिता सम्मान श्री विजय कुमार चोपड़ा जी का आशीर्वाद हमारी संस्था पर हमेशा है जिस कारण हमें हर जगह उक्त कार्यों के माध्यम से मान-सम्मान मिल रहा है। इस दौरान इंजीनियर अशोक शर्मा, किशन लाल शर्मा, डा. पवन वशिष्ठ तथा मास्टर अमीर चंद पट्टीवाले ने भी अपने-अपने विचार रखे।