Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Nov, 2017 07:22 AM
अरैस्ट व पर्चा दर्ज न करने के एवज में रिश्वत लेने के आरोपों में घिरे एस.एच.ओ. गोराया सुखजिंद्र सिंह की रिश्वत लेने संबंधी फोन पर हुई बातचीत की ऑडियो रिकाॄडग वायरल होने के बाद आज उसे लाइनहाजिर कर दिया गया। यह ऑडियो 41 सैकेंड का है।
गोराया(मुनीश): अरैस्ट व पर्चा दर्ज न करने के एवज में रिश्वत लेने के आरोपों में घिरे एस.एच.ओ. गोराया सुखजिंद्र सिंह की रिश्वत लेने संबंधी फोन पर हुई बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंगवायरल होने के बाद आज उसे लाइनहाजिर कर दिया गया। यह ऑडियो 41 सैकेंड का है। इस बात की पुष्टि ए.एस.पी. फिल्लौर नवनीत सिंह बैंस ने की है। अब परमिंद्र सिंह को गोराया का एस.एच.ओ. लगाने के आदेश दे दिए गए हैं जोकि शुक्रवार को अपना चार्ज सम्भालेंगे। 28 सैकेंड के दूसरे ऑडियो में एस.एच.ओ. सचिन को गाली निकालते हुए कहता है कि मैं कह रिहा हां कि तेरी अरैस्ट नहीं होऊगी, भरा हां तेरा।
सचिन कहता है कि कित्थे हो तुसीं , एस.एच.ओ. कहता है कि मैं फगवाड़ा चौक दे कोल हां तू दोसांझां वाले गेट ते आजा।उल्लेखनीय है कि पंजाब केसरी के वीरवार के अंक में इस बात का अंदेशा जताया गया था जोकि पूरी तरह से सही साबित हुआ व वीरवार को बड़ी कार्रवाई हो गई।
क्या है मामला
9 नवम्बर को गोराया में हरमिंद्र सिंह वासी फगवाड़ा की काले रंग की सैंट्रो कार कुछ युवक छीनकर ले गए थे, जिस पर गोराया पुलिस ने हरमिंद्र सिंह के बयानों पर गांव माहला के रहने वाले गगन शर्मा व सचिन शर्मा (दोनों भाई) पर मामला दर्ज कर लिया था। इस मामले में सचिन ने प्रैस वार्ता करते हुए गोराया पुलिस पर आरोप लगाया था कि उक्त सारा मामला झूठा है। उसके भाई ने कार पकड़ी थी, जिसमें नाजायज शराब थी। जिस समय उक्त घटना हुई थी उस समय वह एस.एच.ओ. गोराया सुखजिंद्र सिंह के साथ ही गांव पद्दी खालसा में था, जहां गोलियां चली थीं। बावजूद इसके गोराया पुलिस ने कार छीनने का झूठा मामला दर्ज कर लिया था। जिसकी जांच की मांग सचिन ने सीनियर अधिकारियों से की थी।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार सचिन ने इस मामले में जांच की मांग को लेकर पहले आई.जी. जोनल अर्पित शुक्ला को उक्त ऑडियो सुनाई थी, जिसके पश्चात आई.जी. जोनल ने मामले की जांच एस.पी. (डी) को सौंप दी थी, वह अभी मामले में जांच कर रहे थे और गोराया पुलिस की ओर से लगातार सचिन की तलाश में छापामारी की जा रही थी, जिस कारण सचिन ने डी.जी.पी. पंजाब के समक्ष पेश होकर अपने साथ हुए सारे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए उन्हें ऑडियो सुनाई। इसके पश्चात आए आदेशों पर एस.एच.ओ. गोराया सुखजिंद्र सिंह को लाइनहाजिर करते हुए उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए हैं।