Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Nov, 2017 11:15 AM
जिला प्रशासन गुरदासपुर द्वारा पुराना अस्पताल गुरदासपुर में मात्र 10 रुपए में दोपहर का खाना गरीबों को मुहैया करवाने के लिए लगभग 5 माह पहले जो सांझी रसोई खुली थी उस पर दूसरी बार ताला लग गया है। हालांकि अधिकारी अब भी दावा कर रहे हैं कि रसोई बंद नहीं...
गुरदासपुर(विनोद): जिला प्रशासन गुरदासपुर द्वारा पुराना अस्पताल गुरदासपुर में मात्र 10 रुपए में दोपहर का खाना गरीबों को मुहैया करवाने के लिए लगभग 5 माह पहले जो सांझी रसोई खुली थी उस पर दूसरी बार ताला लग गया है। हालांकि अधिकारी अब भी दावा कर रहे हैं कि रसोई बंद नहीं हुई है जिसे फिर जल्दी शुरू किया जाएगा।
जिलाधीश गुरदासपुर गुरलवलीन सिंह सिद्धू ने जब जिलाधीश गुरदासपुर के रूप में कार्यभार संभाला था तब भी यह रसोई बंद हुई थी तथा जिलाधीश ने इसे चालू करवाया था, जबकि रसोई को चलाने वाले स्टाफ ने 6 महीने से वेतन न मिलने के चलते काम बंद कर दिया है। वेतन न मिलने तक रसोई को न चलाने की चेतावनी दी गई है। जिला प्रशासन द्वारा उक्त मामले के समाधान के लिए बुधवार को यह सांझी रसोई चलाने वाली संस्था अन्नजल सोसायटी लुधियाना के पदाधिकारियों, रैडक्रास सोसायटी के पदाधिकारियों व अतिरिक्त जिलाधीश को सांझी रसोई में पहुंच कर मामले का समाधान निकालने के लिए कहा गया है।
9 जून 2017 को लोगों को 10 रुपए में दोपहर का खाना मुहैया करवाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन की ओर से पुराने सिविल अस्पताल में सांझी रसोई खोली गई थी, जिसका उद्घाटन कैबिनेट मंत्री तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा द्वारा किया गया था। रसोई को चलाने के लिए अन्नजल सोसायटी लुधियाना, रैडक्रास सोसायटी व अन्य दानी सज्जनों के सहयोग से चलाया जाता था, परंतु जरूरत अनुसार फंड उपलब्ध न होने के कारण 6 माह मे दूसरी बार रसोई बंद हुई है। पहली बार जहां खाने के लिए पैसे न होने के चलते रसोई बंद करनी पड़ी थी परंतु अब इस रसोई में काम करने वाले कर्मचारियों को बीते 5 माह से वेतन न मिलने के चलते रसोई पर ताला लगा है।