Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 10:14 AM
शहर की न्यू मथुरा कालोनी के नजदीक मूंगफली फैक्टरी की रहने वाली विधवा सीमा ने थाना सनौर की पुलिस पर आरोप लगाया कि उनकी तरफ से उसके बेटे को 2 साल पहले कस्टडी में लिया गया था परन्तु उसके बाद उसका कुछ पता नहीं लगा।
पटियाला(बलजिन्द्र): शहर की न्यू मथुरा कालोनी के नजदीक मूंगफली फैक्टरी की रहने वाली विधवा सीमा ने थाना सनौर की पुलिस पर आरोप लगाया कि उनकी तरफ से उसके बेटे को 2 साल पहले कस्टडी में लिया गया था परन्तु उसके बाद उसका कुछ पता नहीं लगा।
सीमा के अनुसार थाना सनौर की पुलिस की तरफ से 29 मार्च 2016 को एफ.आई.आर. नं.-27 अधीन केस दर्ज किया गया था, जिसके अंतर्गत लगभग एक साल पहले उसे उत्तर प्रदेश से पुलिस ने कस्टडी में लिया था और साथ ही जो लड़की साथ गई थी, उसे भी कस्टडी में लिया था। लड़की को तो उसके पिता को सौंप दिया गया परन्तु उसके बेटे मिथलेश कुमार उर्फ गोपी का कुछ अता-पता नहीं लगा।
उसने कहा कि वह कई बार थाना सनौर में गई परन्तु वहां किसी ने कोई सुनवाई नहीं की और उलटा उसे धमकाना शुरू कर दिया, कि यदि उसने मिथलेश बारे कुछ ज्यादा पूछताछ की तो उस पर भी केस डाल दिया जाएगा। सीमा ने इस संबंधी मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह, डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा, एस.एस.पी. पटियाला डा. एस. भूपति, ह्यूमन राइट्स कमीशन और चीफ जस्टिस ऑफ पंजाब को पत्र लिखकर मांग की है कि उसके बेटे की तुरंत खोज करवाई जाए। इस संबंधी थाना सनौर के एस.एच.ओ. इंस. रणबीर सिंह ने कहा कि वह कुछ समय पहले ही यहां तैनात हुए हैं। यह मामला पुराना है और उनके ध्यान में भी कभी नहीं आया, लिहाजा इस बारे बिना पड़ताल से वह कुछ नहीं बता सकते।