Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 05:00 PM
गुरदासपुर के सांसद रहे विनोद खन्ना की मौत के बाद गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव से भाजपा की टिकट के लिए दावेदार रही कविता खन्ना ने उपचुनाव में पार्टी को मिली करारी हार के बाद पहली बार इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की।
पठानकोट (शारदा): गुरदासपुर के सांसद रहे विनोद खन्ना की मौत के बाद गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव से भाजपा की टिकट के लिए दावेदार रही कविता खन्ना ने उपचुनाव में पार्टी को मिली करारी हार के बाद पहली बार इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि टिकट देने में पार्टी हाईकमान ने बेशक सही फैसला लिया हो परन्तु उपचुनाव में जो जनादेश मिला उसे वह भी स्वीकृत करती है। उन्होंने कहा कि वंशवाद की राजनीति उन्हें भी पसंद नहीं है परन्तु वह अपने संसद मैंबर पति के साथ इस हलके की दो दशक से सेवा करती आ रही थीं। अपने पति के अधूरे रह गए कामों को पूरा करने के लिए ही वह यहां से चुनाव लड़ना चाहती थी। उसने दावा किया कि उपचुनाव से पहले उन्हें विश्वास था कि यदि उन्हें हाईकमान पार्टी उम्मीदवार बनाती तो निश्चित तौर पर हाथ में ऐतिहासिक जीत लगती क्योंकि उनके सव. पति की सेवाओं और किए गए विकास कार्यों को इस हलके की जनता आज भी याद करती है।