Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Nov, 2017 11:19 AM
पंजाब में पराली जलाने व गाडियों के धुएं के चलते पिछले कई दिनों से होशियारपुर शहर की फिजाओं में सक्रिय स्मॉग से राहत तभी मिल सकती है अगर तेज बारिश हो।
होशियारपुर(अमरेन्द्र): पंजाब में पराली जलाने व गाडियों के धुएं के चलते पिछले कई दिनों से होशियारपुर शहर की फिजाओं में सक्रिय स्मॉग से राहत तभी मिल सकती है अगर तेज बारिश हो।
हल्की बारिश होने से हवा में मौजूद नमी में धूलकण और भारी हो जमीन के निचले स्तर तक आ पहुंचे हैं जिससे लोगों को सांस लेने में जहां परेशानी होनी शुरू हो गई, है वहीं आंखों में तेज जलन का अहसास होने लगा है। पर्यावरण विशेषज्ञों की मानें तो पंजाब के अन्य शहरों की ही तरह होशियारपुर की फिजाओं में भी स्मॉग व प्रदूषण की मात्रा घुल जाने से लोगों को परेशानी हो रही है। बारिश के दौरान शुरू के आधे घंटे के दौरान तेजाबी बारिश से बच कर रहने में ही भलाई है। यदि बारिश और हुई तो स्मॉग से राहत मिलेगी।
पश्चिमी विक्षोभ के बढऩे से तेज बारिश के आसार
पर्यावरण एक्सपर्ट स्टेट अवार्डी जतिन्द्र तिवारी के अनुसार अगर बारिश जारी रहती है तो राहत की उम्मीद है। बारिश न होने की स्थिति में हालात और खराब हो जाएंगे। इस स्थिति को वैज्ञानिक भाषा में इन्वर्शन कहा जाता है। ऊपर नमी ज्यादा होने की वजह से हवा का दबाव ज्यादा बनता है व स्मॉग नीचे की तरफ आ जाती है। पश्चिमी विक्षोभ पंजाब की तरफ लगातार बढ़ कर रहा है जिससे तेज बारिश की संभावना बनी हुई है। आज पंजाब में कुछ जगहों पर बारिश हुई है और इससे राहत की उम्मीद जगी है।
इसलिए भयावह हुई स्थिति
बारिश के साथ ही स्मॉग हवा में अटक गई। साथ ही वाहनों से निकला धुआं भी परत के रूप में जम गया जिस कारण हवा में मिक्स हो चुकी अमोनिया गैस से आंखों में जलन पैदा हुई और सांस लेने में दिक्कत आ रही है।
पहले 10 मिनट की बारिश खतरनाक
स्किन स्पैशलिस्ट डा. एस.के. शर्मा के अनुसार बारिश होने पर हवा में मौजूद सभी जहरीली गैसें व पार्टिकल मैटर जमीन पर गिरते हैं। पहले करीब 10 मिनट तक बारिश खतरनाक होती है। इससे चर्म रोग हो सकते हैं। सांस के रोगियों, बच्चों व बुजुर्गों को ज्यादा सावधानी की जरूरत है।